नई दिल्ली. अक्सर आपके जहन में ये आता होगा कि अंडा वेज है या फिर नॉनवेज? इसको लेकर विवाद भी पुराना है. आमतौर पर बहुत से लोग अंडे को नॉनवेज मानते हैं, जबकि काफी लोगों का मानना है कि यह वेज है. वेज नॉनवेज मानने वालों की संख्या भी बहुत ज्यादा है. यही वजह है कि अक्सर हिंदू त्योहारों के दरमियान खासतौर नवरात्रि के वक्त लोग अंडा खाना छोड़ देते हैं. इसके पीछे क्या सच्चाई आइए इस पर गौर करते हैं. एक्सपर्ट का मानना है कि अंडा देने वाली मुर्गी जिस दबबड़े में रहती है, उसके अंदर मुर्गा नहीं होता है. यहां तक की साल तक जब मुर्गी अंडा देती रहती है तो वह एक बार भी मुर्गे के संपर्क में नहीं आती है. पोल्ट्री और वेटरनरी एक्सपर्ट कहना है कि जिस तरह एक भैंस भूसा और चारा खाने के बाद दूध देती है. ठीक उसी तरह मुर्गी फीड खाने के बाद अंडा देती है. ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि अंडा पूरी तरह से वेज होता है.
इस संबंध में और ज्यादा जानकारी देते हुए एक्सपर्ट मनीष शर्मा का कहना है कि अंडे को नॉनवेज और वेजीटेरियन बताने वालों की लड़ाई तो पुरानी है. उन्होंने कहा कि वेज नॉनवेज की इस बहस से अंडा खाने वाले ही नहीं इसका कारोबार करने वालों पर भी गहरा असर पड़ता है. उन्होंने बताया कि वर्ष 2022 में हैदराबाद में हुए पोल्ट्री एक्सपो में खुद पोल्ट्री फार्मर ने भी यह सवाल उठा दिया था कि अंडा वेज है या नॉनवेज? उन्होंने कहा कि यह बहस बेवजह है. उदाहरण के तौर पर समझते हुए हैं उन्होंने बताया कि अंडा देने वाली मुर्गी अगर मुर्गी के संपर्क में आ जाए तो हर रोज दाने के साथ कंकड़ पत्थर का पिसा हुआ चुरा मिलाकर खिलाने की जरूरत नहीं पड़ती. क्योंकि बिना कंकड़ पत्थर की मुर्गियों को दान भी नहीं खिलाया जाता. मुर्गी में कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए ऐसा करना ही पड़ता है.
मर्जी से अंडा देती है मुर्गी
पोल्ट्री एक्सपर्ट और अप पोल्ट्री संगठन के अध्यक्ष नवाब अली का मानना है कि जिस तरह से गाय और भैंस भूसा की सानी खाकर सुबह-शाम दूध देती हैं. ठीक उसी तरह से मुर्गियां फीड दाना खाकर सुबह के वक्त अंडा देती हैं. उन्होंने कहा कि अंडा देने के लिए मुर्गियों को मुर्गी के संपर्क में आना कोई जरूरी नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि यह भी कोई जरूरी नहीं है कि मुर्गी फीड खाए और अंडा दे, वह अंडा भी अपनी मर्जी से ही देती है.
मुर्गा से नहीं कराया जा संपर्क
पोल्ट्री एक्सपर्ट नदीम का कहना है कि जब कभी अंडे का कारोबार शुरू किया जाता है तो शुरुआत के चार-पांच महीने तक अंडे देने वाली मुर्गी को पाला जाता है. मुर्गी पालने के लिए चूजा चिक्स बेचने वाली हैचरी से 1 दिन का चूजा खरीदना होता है. तब इस चूजे की कीमत 40 से 45 रुपए होती है. न्यूट्रिशन एक्सपर्ट के मुताबिक ने शुरू से ही अच्छा फीड दिया जाता है. इसके बाद इस बात का भी ख्याल करना होता है कि इनका संपर्क मुर्गों से नहीं कराया जाए.
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