नई दिल्ली. मछली पालन में किसानों को खेती के मुकाबले अधिक मुनाफा मिलता है. एक मछली 5 से 6 महीने में तैयार हो जाती है. तालाब में मछली के कई सारे बीज डाले जाते हैं क्योंकि मछली ऊपरी सतह, बीच की सतह और निचली सतह तीनों पर रहती है. तीनों लेयर पर तालाब में मछली के खाने की व्यवस्था करना बहुत जरूरी होता है. वहीं आक्सीजन की व्यवस्था भी बेहतर होना जरूरी है. मछली पालन के लिए जो पहली जरूरत है वह है अच्छा तालाब. अगर आपके पास पुराना तालाब है तो उसको कैसे आप एक अच्छी मछली पालन के लिए बेहतर कर सकते हैं हम आपको बताते हैं.
मछली पालन में तालाब की लंबाई और चौड़ाई अच्छी होनी चाहिए. तालाब की गहराई भी ऐसी होनी चाहिए कि सूरज की रोशनी नीचे तक पहुंच सके. जो तालाब अधिक गहरे होते हैं, उनमें ऑक्सीजन अच्छी तरह से नहीं मिल पाती है. जिससे निचले स्तर पर रहने वाली मछलियां कम ग्रोथ कर पाती हैं. पानी की निकासी तालाब में बहुत सही होनी चाहिए. तालाब ऐसा होना चाहिए कि अगर बरसात हो रही है तो उसमें एक साथ ज्यादा पानी ना भरे.
तालाब में बारिश के पानी को इकट्ठा करने के लिए ऐसी मिट्टी का उपयोग किया जाता है जो के पानी को बहने ना दे, रोक कर रखे. पुराने तालाब का जीर्णोंद्धार कैसे कर सकते हैं आइये जानिए.
पुराने तालाब को बनाएं ऐसा: अगर आपके पास भी पुराना तालाब है तो उसे ठीक करके आप मछली पालन योग्य बना सकते हैं. सबसे पहले तालाब की साफ सफाई करवाएं, उसमें बड़े पत्थर, बेकार के पेड़ पौधे जड़ से हटा दें. अगर जरूरत पड़े तो तालाब को गहरा भी करवा लें. तालाब में पानी की एंट्री और एग्जिट पर नाली की अच्छी व्यवस्था करवाएं. आधा एकड़ का तालाब में निकासी नाली की व्यवस्था का होना बहुत जरूरी है. मछली पालन के लिए बड़ा तालाब अच्छा होता है, आधे एकड़ से छोटा तालाब नहीं बनवाना चाहिए. आधा एकड़ का तालाब बनाने के लिए 76 डेसीमिल जमीन की जरूरत पड़ेगी. कुछ जमीन बांध बांधने में चली जाएगी. जमीन को माप लें, ऊपरी परत की 8 इंच मिट्टी को अलग रख दें, फिर तालाब की खुदाई करें. ऊपरी सतह की मिट्टी को अलग रखें और बाकी मिट्टी से बांध बनवा दें. थोड़ा तिरछा और ढाल बनाएं. ऊपर 2 मीटर चौड़ा नीचे साढ़े चार मीटर चौड़ा बांध को बनाएं. बांध को थोड़ा-थोड़ा करके बनाएं.
बरसात से पहले करें तैयार: एक दिन में करीब 9 इंच मिट्टी चारों तरफ डालें फिर पानी छिड़कें और उसकी थपथपा कर मिट्टी को बैठा दें. इस विधि से पूरा बांध बनाएं. इस तरह से बांध मजबूत बनेगा. तालाब की खुदाई पूरी हो जाए तो उसमें नाली की निकासी और एंट्री की व्यवस्था सही करें. जब तालाब बन जाए, तब अलग रखी हुई मिट्टी को समान रूप से फैला दें. तालाब निर्माण का कार्य मई महीने में पूरा हो जाना चाहिए. ताकि बरसात में पानी भर जाए और अच्छी मछली का पालन हो सके.
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