Home पशुपालन IIL: इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स लिमिटेड के MD को मिली ये उपाध‍ि, पशुओं के टीकों पर किया बड़ा काम
पशुपालन

IIL: इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स लिमिटेड के MD को मिली ये उपाध‍ि, पशुओं के टीकों पर किया बड़ा काम

livestock animal news
सम्मान हासिल करते हुए इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्ट डॉ. के आनंद कुमार

नई दिल्ली. इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्ट डॉ. के आनंद कुमार को सोमवार को चेन्नई में सविता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड टेक्निकल साइंसेज की ओर से मानद ‘डॉक्टर ऑफ साइंस’ की उपाधि से नवाजा गया. मौका था संस्था द्वारा आयोजित किए गए 22वें दीक्षांत समारोह का. बताते चलें कि ये प्रतिष्ठित सम्मान डॉ. आनंद को जीवन विज्ञान उद्योग में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया गया है. उनके दूरदर्शी नेतृत्व में इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स लिमिटेड ने इंसानो और जानवरों के लिए कई टीकों का डेवपल किया है.

गौरतलब है कि इससे पहले डॉ. आनंद कुमार को कई अन्य पुरस्कार हासिल हो चुके हैं. जिनमें उनके अल्मा मेटर, “वेक्टर कंट्रोल रिसर्च सेंटर, आईसीएमआर” से ‘सर्वश्रेष्ठ पूर्व छात्र पुरस्कार’, “पीएसजी संस एंड चैरिटीज़” से प्रतिष्ठित पूर्व छात्र पुरस्कार और रोटरी से “व्यावसायिक उत्कृष्टता पुरस्कार” शामिल हैं.

इनोवेश ने सेक्टर को बनाया आत्मनिर्भर
बताते चलें कि उनके नेतृत्व में कई उपलब्धियां हासिल हुईं हैं. जिससे इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में देश की आत्मनिर्भरता मजबूत हुई है. इससे पशुपालन सेक्टर को बहुत फायदा पहुंचा है. इतना ही नहीं मेडिकल रिसर्च और इनावेशन को आगे बढ़ाने के प्रति उनके समर्पण का हर कोई कायल है. ये उनका समर्पण ही है कि उन्हें भारतीय और वैश्विक जीवन विज्ञान समुदाय के में उन्होंने बड़ा नाम कमाया है. सविता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड टेक्निकल साइंसेज की ओर से कहा गया है कि उनके इनावेशन ने सिर्फ भारत को आत्मनिर्भर बनाया है बल्कि दूसरों से कई कदम आगे पहुंचा दिया है.

इन ​हस्तियों को भी किया गया सम्मानित
इस कार्यक्रम में डॉ. आनंद कुमार के साथ-साथ अन्य दिग्गज हस्तियां जैसे पद्मश्री पुरस्कार विजेता, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के पूर्व महानिदेशक और स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग (डीएचआर) के सचिव प्रोफेसर बलराम भार्गव भी मौजूद थे. वहीं डॉ. शेखर सी. मांडे, पूर्व महानिदेशक सीएसआईआर और सचिव वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान विभाग, भारत सरकार. डॉ. राकेश अग्रवाल, निदेशक-जवाहरलाल नेहरू इंस्टीट्यूट फॉर पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (JIPMER) भारत सरकार पुडुचेरी को प्रतिष्ठित डॉक्टरेट की उपाधि से भी सम्मानित किया गया.

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

CIRB will double the meat production in buffaloes, know what is the research on which work is going on. livestockanimalnews animal Husbandry
पशुपालन

Animal News: पशु पालने वाले लोग इस महीने में ये 8 काम जरूर करें

पशु बीमार हो जाते हैं और इससे उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़...

दुधारू पशुओं के बयाने के संकेत में सामान्यतया गर्भनाल या जेर का निष्कासन ब्याने के तीन से 8 घंटे बाद हो जाता है.
पशुपालन

Animal Husbandry: गाभिन पशुओं की ऐसे करें देखभाल, जानें पानी कितना पिलाएं, आहार में क्या खिलाएं

पशुपालन निदेशालय ने गाभिन पशुओं के हर दिन आहार की जरूरत बताई...

वर्ष भर विभिन्न मौसमों में उच्च गुणवत्तायुक्त चारे की नियमित आपूर्ति तय करने के लिए साइलेज के रूप में हरे चारे का स्टोरेज बहुत अहम है.
पशुपालन

Green Fodder Silage: हे बनाने में किन किन सावधानियों की जरूरत, जानें यहां

वर्ष भर विभिन्न मौसमों में उच्च गुणवत्तायुक्त चारे की नियमित आपूर्ति तय...