Home मीट Meat Production: प्रोसेस मीट क्या होता है, मीट को प्रोसेसिंग से गुजारने के फायदे पढ़ें यहां
मीट

Meat Production: प्रोसेस मीट क्या होता है, मीट को प्रोसेसिंग से गुजारने के फायदे पढ़ें यहां

red meat
रेड मीट की प्रतीकात्मक तस्वीर.

नई दिल्ली. आप ने प्रोसेस्ड मीट के बारे में तो सुना ही होगा, हालांकि प्रोसेस्ड मीट किसे कहते हैं शायद इसके बारे में न जानते हों. मीट खाने के शौकीन लोगों को इस बारे में जरूर जानना चाहिए, क्यों​कि कहीं न कहीं ये उनके स्वास्थ्य से जुड़ा मुद्दा भी है. मीट को प्रोसेस करनी एक पूरी प्रक्रिया है, आइए इसके बारे में जानते हैं. एक्सपर्ट का कहना है कि मांस का मूल्य वर्धन मांस प्रसंस्करण किसी भी ऐसे उपचार की ओर इशारा करता है, जिसमें साल्टिंग शामिल है, जो मांस की प्राकृतिक स्थिति में एक महत्वपूर्ण रासायनिक और भौतिक परिवर्तन लाता है.

हालांकि, ताजे मांस को आसानी से संभालना (विभिन्न टुकड़ों में काटना, न्यूनतम पैकेजिंग) या रेफ्रिजरेशन या जमाने का उपयोग करके संरक्षण सामान्यतः मांस प्रसंस्करण की परिभाषा से बाहर होता है.

बढ़ जाती है मीट की शेल्फ लाइफ
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि व्यापक अर्थ में मांस प्रोसेसिंग में कण आकार में कमी (कीमा बनाना, पीसना), मरिनेशन या विभिन्न एडिटिव्स के साथ मिश्रण, मालिश या टंबलिंग, पक्कीकरण, धूम्रपान, भराई, कैनिंग या कोई अन्य प्रक्रिया शामिल हो सकती है जो मांस की ताजगी को बदलती है. जो मांस उपरोक्त किसी भी भौतिक, रासायनिक या एंजाइमेटिक प्रक्रिया से गुजरता है उसे आगे प्रसंस्कृत मांस भी कहा जाता है. मांस के आगे की प्रक्रिया मुख्य रूप से मांस में मूल्य जोड़ने, उपभोक्ताओं को विविधता और सुविधा प्रदान करने, बूचड़खानों से कम मूल्य वाले कतरों और उप-उत्पादों के बेहतर उपयोग, मांस की शेल्फ-लाइफ बढ़ाने, गैर-मांस सामग्री को शामिल करने की सुविधा प्रदान करने, बेहतर बिक्री और वितरण के लिए, और रोजगार प्रदान करने, बेहतर लाभ और निर्यात जैसे कई अवसर प्रदान करने के लिए की जाती है.

तो बढ़ जाएगी मीट की डिमांड
कम समय में कमी, बढ़ती न्यूक्लियर परिवार और शहरी क्षेत्रों में युवा पीढ़ी में मांस से संबंधित वर्जना में कमी के कारण तैयार खाने के लिए, पकाने के लिए तैयार, सुविधाजनक और सेमी सुविधाजनक मांस उत्पादों की मांग में वृद्धि होने की उम्मीद है. इससे मांग और बढ़ेगी, जिससे प्रोसेस्ड और पैक किए गए मांस और मांस उत्पादों के लिए विशाल बाजार खुल जाएगा. दुनिया भर में मांस उत्पादों की तमाम वैरायटी उपलब्ध होने के बावजूद, उन्हें उनके लक्षणों के आधार पर सात समूहों में वर्गीकृत किया जा सकता है. उनके प्रोसेसिंग के प्रकार के आधार पर, मांस उत्पादों को मोटे तौर पर 8-10 समूहों में वर्गीकृत किया जा सकता है. मांस उत्पादों को उनकी कार्यों और आवश्यकताओं के आधार पर कार्यात्मक/डिज़ाइनर मांस उत्पादों, बुजुर्ग उत्पादों और संस्थागत उत्पादों आदि के रूप में भी वर्गीकृत किया जा सकता है.

Written by
Livestock Animal News

लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज (livestockanimalnews.com) एक डिजिटल न्यूज प्लेटफार्म है. नवंबर 2023 से ये लगातार काम कर रहा है. इस प्लेटफार्म पर एनिमल हसबेंडरी () यानि मुर्गी पालन, डेयरी (), गाय-भैंस, भेड़-बकरी, घोड़ा, गधा, मछली और पशुपालन, चारा, पशु चिकित्सा शि‍क्षा से जुड़ी खबरें पढ़ने को मिलती हैं. ऐग और चिकन के रोजाना बाजार भाव भी इस प्लेटफार्म पर प्रकाशि‍त किए जाते हैं. नेशनल मीडिया जैसे न्यूज18 हिंदी, हिन्दुस्तान, अमर उजाला, दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर में काम कर चुके पत्रकार (रिर्पोटर) की टीम लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज के लिए खबरें और स्टोरी लिखती है. केन्द्र सरकार के Poultry, Cow, Buffalo, Goat, Sheep, Camel, Horse (Equine), Fisheries, Donkey, Feed-Fodder and Dairy रिसर्च इंस्टीट्यूट के साइंटिस्ट से बात कर उनकी रिसर्च पर आधारित न्यूज-स्टोरी लिखी जाती हैं. इसके साथ ही लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज प्लेटफार्म पर एनिमल साइंस और वेटरनरी कॉलेज-यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और एक्सपर्ट से बात करके खबरें लिखी जाती हैं और उनके लिखे आर्टिकल भी पब्लिूश किए जाते हैं. ये सभी स्टोरी और स्टोरी से जुड़े वीडियो सोशल मीडिया फेसबुक, यूट्यूब (YouTube), इंस्टाग्राम, एक्स (ट्विटर) और लिंक्डइन पर शेयर किए जाते हैं. पशुपालकों की सक्सेट स्टोरी लिखी जाती हैं. उसी सक्सेस स्टोरी के वीडियो बनाकर उन्हें लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज के यूट्यूब चैनल पर पब्लिैश किया जाता है. अंग्रेजी में भी न्यूज और आर्टिकल पब्लिाश किए जाते हैं. लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज पशुपालन, मछली पालन, मुर्गी पालन और डेयरी से जुड़े विषयों पर होने वाली सेमिनार, वर्कशॉप और एक्सपो को भी कवर करता है. साथ ही एनिमल हसबेंडरी मंत्रालय से जुड़ी खबरें भी कवर करता है. बाजार में आने वाले नए प्रोडक्ट की जानकारी भी इस प्लेटफार्म पर दी जाती है.

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

livestock animal news, meat processing
मीट

Meat Production: इस राज्य में मीट प्रोडक्शन के लिए सरकार बनाएगी सरहदों पर स्लाटर हाउस, पढ़ें वजह

राज्य सरकार सभी कस्बों और प्रमुख पंचायतों में FSSAI द्वारा पंजीकृत, स्वच्छ,...

मीट

Meat: मीट प्रोडक्शन में इन बातों का रखें ध्यान, इस राज्य ने की पहल

FSSAI के एक्सपर्ट के मुताबिक उप-उत्पादों की सफाई, निरीक्षण और खाद्य उप-उत्पादों...

livestock
मीट

Meat Production: स्लाटर हाउस में होनी चाहिए कौन सी सुविधाएं, पढ़ें FSSAI की गाइलाइंस

पशुओं का वध केवल प्रमाणित, लाइसेंस प्राप्त बूचड़खानों में ही किया जाना...

red meat and chicken meat
मीट

Meat: मीट प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए क्या कर रही है इस राज्य की सरकार

राज्य में लाइसेंस प्राप्त सुअर पालक या रेंडरिंग प्लांट के साथ गठजोड़/व्यवस्था...