नई दिल्ली. भारत में दूध, मीट और अंडा का उत्पादन लगातार बढ़ता जा रहा है. यही वजह है कि दूध में भारत नंबर वन तो अंडा उत्पादन में पांचवे स्थान पर है जबकि ब्रॉयलर का 18वां सबसे बड़ा उत्पादक है. भारत से पूरी दुनिया में भैंस का मांस एक्सपोर्ट लगातार बढ़ रहा है. साल दर साल भारत से बफैलो मीट का एक्सपोर्ट बढ़ता ही जा रहा है. जब मीट एक्सपोर्ट बढ़ रहा है तो लोगों के जहन में आ रहा होगा कि लोगों को भी मीट खाने में पर्याप्त मात्रा में मिल रहा होगा, लेकिन ऐसा नहीं हैं. अभी देश के बहुत से ऐसे राज्य हैं, जहां के लोगों को पर्याप्त मात्रा में अभी भी मांस खाने को नहीं मिल रहा. आइए जानते हैं कि वे कौनसे टॉप-10 प्रदेश हैं जहां के लोगों को मानक से बहुत ही कम मात्रा में भैंस का मीट खाने को मिल रहा है. रोचक बात ये है कि सूची में ऐसे प्रदेश हैं जहां पर प्रति व्यक्ति मीट बहुत कम मात्रा में उपलब्ध है.
भारत में साल 2024 में बफैलो मीट प्रोडक्शन और एक्सपोर्ट और भी तेजी से ग्रोथ करेगा. हर दिन प्रोडेक्टशन में इजाफा ही होता जा रहा है. अगर बात की जाए देश में किस राज्य से सबसे ज्यादा मीट एक्सपोर्ट किया जा रहा है तो पहला नंबर उत्तर प्रदेश का आता है. यूपी से साल 2020 से 2024 तक 19 लाख टन बफैलो मीट का एक्सपोर्ट किया गया है. जबकि दूसरे स्थान पर महाराष्ट्र का नंबर आता है. ऐसे में लोगों के जहन में सवाल भी पैदा होता है कि जब मीट का प्रोडेक्शन और एक्सपोर्ट बढ़ रहा है तो प्रतिव्यक्ति मीट की उपलब्धता भी ठीक होगी, लेकिन ऐसा नहीं है. नीचे दी गई सूची में पूरे आंकड़े दिए गए हैं, जिन्हें गौर से पढ़ने की जरूरत है.
भारत के टॉप-10 स्टेट, जहां लोगों को बहुत ही कम मीट खाने को मिल रहा है.
State | ( Kg ) |
दमन-द्वीप, दादर-हवेली | 0.04 |
चंडीगढ़ | 0.49 |
गुजरात | 0.50 |
हिमाचल प्रदेश | 0.73 |
मध्य प्रदेश | 1.62 |
असम | 1.65 |
लक्ष्यदीप | 1.75 |
छत्तीसगढ़ | 1.83 |
उत्तराखंड | 1.84 |
झारखंड़ | 2.14 |
देशभर में लोगों को मिलने वाले औसत मीट की उपलब्धता 7.5 किलोग्राम प्रतिवर्ष. | |
नोट: आंकड़े केन्द्रीय पशुपालन और डेयरी मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आंकड़े ग्राम और किलोग्राम में है. |
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