Home डेयरी Milk Production: कैसे कम होता है पशु का दूध उत्पादन, बढ़ाने का तरीका भी जानें यहां
डेयरी

Milk Production: कैसे कम होता है पशु का दूध उत्पादन, बढ़ाने का तरीका भी जानें यहां

सामान्य तौर पर गाय ढाई से 3 वर्ष में और भैंस तीन से चार वर्ष की आयु में प्रजनन योग्य हो जाती हैं. प्रजनन काल में पशु 21 दिनों के अंतराल के बाद गाभिन करा देना चाहिए.
प्रतीकात्मक तस्वीर.

नई दिल्ली. डेयरी फार्मिंग के काम में पशु का दूध उत्पादन अगर कम हो जाए तो फिर इस काम में नुकसान होने लग जाता है. नुकसान से बचाव के लिए जरूरी है कि ये जान लिया जाए कि आखिर नुकसान होने की वजह क्या है. वहीं साथ ही पशुपालक भाइयों को ये भी पता होना चाहिए कि कैसे दूध उत्पादन बढ़ाया जाए. बिहार सरकार के पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग (Department of Animal and Fish Resources) की ओर से लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज (Livestock Animal News) को बताया गया कि किन कारणों से दूध का उत्पादन कम होता है और कैसे इसे बढ़ाया जा सकता है.

दूध उत्पादन कम होने के कारण की बात करें तो गलत या कम पोषण संतुलित आहार न मिलने से ऐसा होता है. वहीं पानी की कमी साफ और पर्याप्त पानी न मिलने से, बीमारियां, जैसे खुरपका-मुँहपका, गलघोटू, थनैला आदि से और तनाव जैसे माहौल बदलना, शोर, भीड़, बार-बार जगह बदलने से ऐसा होता है.

स्वास्थ्य देखभाल है जरूरी
दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए पशु का नियमित टीकाकरण करायें और कृमिनाशक दवा दें.

बीमार पशु का तुरंत इलाज कराएं.

थनैला (Mastitis) से बचाव के लिए स्वच्छता का ध्यान रखें.

पशु को संतुलित आहार दें
पशु को हरा चारा, सूखा चारा और दाना संतुलित मात्रा में दें.

दूध देने वाली गाय या भैंस को दूध उत्पादन प्रति लीटर पर लगभग 400-500 ग्राम दाना अतिरिक्त दें.

खनिज मिश्रण (Mineral Mixture) और नमक चट्टान (Salt Lick) नियमित रूप से देना है.

पशु को पर्याप्त पानी दें
एक दुधारू पशु को रोज कम से कम 50-70 लीटर पानी चाहिए.

पशु को हमेशा साफ और ताजा पानी उपलब्ध करायें.

दुहाई मैनजमेंट पर ध्यान दें
रोज सुबह-शाम निश्चित समय पर दुहाई करें.

दुहने से पहले और बाद में थन की सफाई करें.

थन में सूजन या मास्टाइटिस की नियमित जाँच करें.

निष्कर्ष
अगर आप इन बातों पर ध्यान देंगे तो पशु का दूध उत्पादन कम नहीं होगा. जिससे डेयरी फार्मिंग के काम में आपको नुकसान नहीं होगा.

Written by
Livestock Animal News

लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज (livestockanimalnews.com) एक डिजिटल न्यूज प्लेटफार्म है. नवंबर 2023 से ये लगातार काम कर रहा है. इस प्लेटफार्म पर एनिमल हसबेंडरी () यानि मुर्गी पालन, डेयरी (), गाय-भैंस, भेड़-बकरी, घोड़ा, गधा, मछली और पशुपालन, चारा, पशु चिकित्सा शि‍क्षा से जुड़ी खबरें पढ़ने को मिलती हैं. ऐग और चिकन के रोजाना बाजार भाव भी इस प्लेटफार्म पर प्रकाशि‍त किए जाते हैं. नेशनल मीडिया जैसे न्यूज18 हिंदी, हिन्दुस्तान, अमर उजाला, दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर में काम कर चुके पत्रकार (रिर्पोटर) की टीम लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज के लिए खबरें और स्टोरी लिखती है. केन्द्र सरकार के Poultry, Cow, Buffalo, Goat, Sheep, Camel, Horse (Equine), Fisheries, Donkey, Feed-Fodder and Dairy रिसर्च इंस्टीट्यूट के साइंटिस्ट से बात कर उनकी रिसर्च पर आधारित न्यूज-स्टोरी लिखी जाती हैं. इसके साथ ही लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज प्लेटफार्म पर एनिमल साइंस और वेटरनरी कॉलेज-यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और एक्सपर्ट से बात करके खबरें लिखी जाती हैं और उनके लिखे आर्टिकल भी पब्लिूश किए जाते हैं. ये सभी स्टोरी और स्टोरी से जुड़े वीडियो सोशल मीडिया फेसबुक, यूट्यूब (YouTube), इंस्टाग्राम, एक्स (ट्विटर) और लिंक्डइन पर शेयर किए जाते हैं. पशुपालकों की सक्सेट स्टोरी लिखी जाती हैं. उसी सक्सेस स्टोरी के वीडियो बनाकर उन्हें लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज के यूट्यूब चैनल पर पब्लिैश किया जाता है. अंग्रेजी में भी न्यूज और आर्टिकल पब्लिाश किए जाते हैं. लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज पशुपालन, मछली पालन, मुर्गी पालन और डेयरी से जुड़े विषयों पर होने वाली सेमिनार, वर्कशॉप और एक्सपो को भी कवर करता है. साथ ही एनिमल हसबेंडरी मंत्रालय से जुड़ी खबरें भी कवर करता है. बाजार में आने वाले नए प्रोडक्ट की जानकारी भी इस प्लेटफार्म पर दी जाती है.

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

livestock animal news
डेयरी

Animal Fodder: जई से तीन बार मिलता है चारा, यहां जानें कौन सी है बेहतरीन किस्म

एक्सपर्ट का तो यहां तक कहना है कि पशुओं के वजन और...

According to FSSAI, Mobile Food Testing Laboratory (MFTL), also known as “Food Safety on wheels” (FSW), play a crucial role in expanding food testing, training, and awareness programs, particularly in villages, towns, and remote areas.
डेयरी

Dairy Sector: डेयरी सेक्टर को बढ़ाने के लिए NDDB ने बताया अपना विजन, 2047 का है ये प्लान

एनडीडीबी, पशुपालन विभाग के साथ मिलकर, राष्ट्रीय गोकुल मिशन और राष्ट्रीय पशु...

डेयरी

Dairy Farming: डेयरी पशुओं को क्यों खिलाएं लोबिया, किस क्षेत्र में कौन सी किस्म की करें खेती

IVRI के मुताबिक लोबिया के अंदर प्रोटीन, कैल्शियम और फाइबर होता है,...