नई दिल्ली. पशुपालन करने वाले पशुपालक भाई पशुओं का दूध उत्पादन बढ़ाने की कोशिश करते हैं. क्योंकि कहीं न कहीं डेयरी फार्मिंग का काम पशुओं के दूध के दूध उत्पादन पर ही टिका होता है. पशु जितना ज्यादा दूध उत्पादन करता है, डेयरी फार्मिंग के काम में पशुपालकों को उतना ज्यादा फायदा मिलता है. इसलिए पशुओं का दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए कोशिश करते रहना चाहिए. आज के इस आर्टिकल में हम आपको एक ऐसा फार्मूला बताने जा रहे हैं, जिससे गर्मियों में दूध की बाल्टी भर जाएगी न सिर्फ इसे पशु गर्मी से बचेगा बल्कि रिपीट होने से भी बचेगा.
दरअसल, अक्सर पशुपालक सोचते हैं कि गर्मी में जब पशु गाभिन हो गया तो ऐसा क्या करें, कि जिससे ज्यादा दूध का उत्पादन मिले. हम आपको यहां जो फार्मूला बताने जा रहे हैं, वह गर्मी में ही काम करने वाला है और इससे पशु का दूध उत्पादन भी बढ़ जाएगा. इस फार्मूले को अपनाने का फायदा यह भी होगा कि पशु गर्मी के दिनों में हाफेंगा नहीं. उसके शरीर में फूर्ती बनी रहेगी और उसका एनर्जी लेवल भी कम नहीं होगा. इससे पशु तंदुरुस्त नजर आएगा और जब पशु तंदुरुस्त रहेगा तो उसका दूध उत्पादन भी अच्छा होगा.
इन तीन चीजों की पड़ेगी जरूरत
एक पशु के लिए फार्मूले की बात की जाए तो आपको 50 ग्राम गुलकंद की जरूरत पड़ेगी. एक पशु के लिए 50 ग्राम सौंफ की जरूरत भी होगी और इसे रातभर पानी में भिगोना होगा. आप चाहें तो इसका पाउडर भी बना सकते हैं. पाउडर को आप रात में भिगो दें या फिर खड़ी सौंफ रात में भिगो दें और सुबह उसका पेस्ट बनाकर पशु को खिला दें. ये आपकी सहूलियत पर निर्भर करता है. इसमें तीसरी भी एक चीज की जरूरत पड़ेगी. इसके लिए आपको धागे वाली मिश्री की जरूरत पड़ेगी. इसकी भी क्वांटिटी 50 ग्राम होगी. यानी एक पशु को देने के लिए डेढ़ सौ ग्राम सामग्री की जरूरत पड़ेगी.
गाय-भैंस और बकरी को खिला सकते हैं
धागे वाली मिश्री को आपको बारीक पीस लेना है और उसका पाउडर बना लेना है. जबकि सौंफ और गुलकंद का अलग-अलग पेस्ट तैयार करना है. फिर इसके बाद इन तीनों चीजों को एक साथ मिला देना है. गाय हो या फिर भैंस सभी को आप इस मिश्रण को खिला सकते हैं. सभी के लिए ये कारगर है. यहां तक की बकरियों को भी दिया जा सकता है. आपको जितनी मात्रा बताई गई है, अगर आपके पास बकरी है तो इसकी आधी मात्रा करके उसे भी दे सकते हैं. बकरी को भी खिलाने से इसका फायदा मिलेगा.
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