नई दिल्ली. अक्सर ये देखा गया है कि जब गाय दूध देना बंद कर देती है तो बहुत से लोग इसे छोड़ देते हैं. इसके चलते गाय बेसहारा हो जाती है. हालांकि इन बेसहारा गोवंशों को सहारा देने का काम उत्तर प्रदेश की योगी सरकार करती है. रोड किनारे, हाईवे पर शहर में, कस्बों आदि में किसी वजह से जख्मी हो जाने पर या बीमार होने जाने पर इन गायों का इलाज करने की भी व्यवस्था है. वहहीं गोआश्रय पर ही मौजूद गायों की बात की जाए तो वहां संरक्षित गोवंशों की हैल्थ को चेक करने के लिए Mobile Veterinary Units (MVU) की व्यवस्था की गई है. ताकि गोवंशों को किसी तरह की कोई दिक्कत न हो.
सरकार ने बताया है कि कई बार जनप्रतिनिधि, अखबारों और अन्य माध्यमों से शासन के जानकारी में आया है कि गो आश्रय स्थलों में संरक्षित गोवशी का उचित हैल्थ टेस्ट नहीं हो पा रहा है. इसके चलते पशुओं के स्वास्थ्य में गिरावट देखी जा रही है. वहीं किसी वजह से रोड पर मौजूद बेहसहारा गोवंशों को भी सही से केयर नहीं हो पा रही है. इसके चलते गौआश्रय स्थलों पर संरक्षित गोवंशों के हैल्थ टेस्ट के लिए मोबाइल वेटरिनरी यूनिट के माध्यम से उनके टेस्ट कराने का निर्देश दिया गया है. इसके अलावा भी अन्य निर्देश दिये गए हैं.
क्या दिए गए थे निर्देश
सरकार की तरफ से कहा गया है कि जिले के हर स्थायी व अस्थायी गो आश्रय स्थलों पर मोबाइल वेटरिनरी यूनिट के माध्यम से संरक्षित गोयंशों का हैल्थ परीक्षण और जरूरी उपचार संबंधित पशु चिकित्सा अधिकारी के पर्यवेक्षण (Observation) में सुनिश्चित कराया जाए. मोबाइल वेटरिनरी यूनिट के माध्यम से प्रदेश के सभी गो आश्रय स्थलों में संरक्षित गोवंश का स्वास्थ्य परीक्षण और उपचार संबंधित अपर निदेशक ग्रेड-2 और मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी के पर्यवेक्षण (Observation) में हर हाल में कराया जाए. सभी जिलों के समस्त गो आश्रय स्थलों पर संरक्षित गोवंशों का हैल्थ टेस्ट कराने के बाद हैल्थ टेस्ट और गो आश्रय स्थल के फोटोग्राफ सहित रिपोर्ट शासन को भेजने का निर्देश दिया गया है.
जारी किया है टोल फ्री नंबर
उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से कहा गया है कि निराश्रित गोवंश का संरक्षण, भरण-पोषण और हैल्थ टेस्ट तथा उपचार के लिए सरकार कटिबद्ध है. इसके लिए समय-समय पर जरूरी दिशा-निर्देश जारी किये जाते हैं. यही वजह है कि पशुओं के हैल्थ टेस्ट के लिए भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना Establishment and Strengthening of Veterinary Hospitals and Dispensaries-(ESVHD) के तहत यूपी प्रदेश में Mobile Veterinary Units (MVUs) का संचालन कर इमरजेंसी पशु चिकित्सा सेवाओं को टोल फ्री नम्बर 1962 के माध्यम से पशुपालकों के द्वार पर उपलब्ध कराया जा रहा है.
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