नई दिल्ली. ये बात कई रिसर्च में साबित हो चुकी है कि बकरी का दूध इंसानों के लिए बेहद ही फायदेमंद है. बकरी का दूध पीने से सिर्फ और सिर्फ फायदा है. यहां तक कि बकरी का दूध छह माह के बच्चों को भी दिया जा सकता है. बच्चे इसे आासानी से पचा लेते हैं. जबकि बुजुर्गों के लिए भी बकरी का दूध फायदेमंद है. अब तो डेंगू जैसे बुखार के दौरान बकरी के दूध का सेवन करने की सलाह डॉक्टर भी देते हैं. बुखार केे सीजन में बकरी दूध 400 से 500 रुपये लीटर तक बिकने लगता है. बावजूद इसके बहुत से लोग बकरी का दूध नहीं पीते हैं. इसके पीछे एक बड़ी वजह है, आइए जानते हैं.
एनिमल एक्सपर्ट डॉ. इब्ने अली कहते हैं कि बकरी, जिसे “गरीब आदमी की गाय” के रूप में मान्यता हासिल है. इससे ज्यादा से ज्यादा फायदा लेने के लिए इसका पूरी तरह से इस्तेमाल किया जाना चाहिए. सिर्फ मीट ही नहीं बल्कि दूध और इसके दूध से बनने वाले दूध उत्पादों में औषधीय गुण होते हैं. इसका इस्तेमाल होना चाहिए. ये रिसर्च में साफ हो चुका है कि बकरी के दूध में शारीरिक गतिविधियों के लिए कई बायोएक्टिव मौजूद होते हैं. हालांकि फिर भी लोग बकरी के दूध से कतराते हैं. इसे पीने से पहरेज करते हैं.
सरकार को उठाने चाहिए ये कदम
डॉ. अली का कहना है कि दरअसल, बकरी में एक तरह गंध होती है और वो दूध में भी मिलती है. इसी बात ने उपभोक्ताओं के दिमाग में बहुत सारे पूर्वाग्रह और मिथक पैदा किए हैं, जो बकरी के दूध की स्वीकार्यता को प्रभावित करते हैं. जबकि बकरी के दूध के पोषण और हैल्दी गुणों के बारे में उपभोक्ताओं के बीच जागरूकता पैदा करने की जरूरत है. वहीं बकरी के दूध के उत्पादों के उत्पादन और प्रोसेसिंग के लिए सरकारों को समर्थन केे अलावा बकरी उत्पादों से प्रीमियम मूल्य प्राप्त करने के लिए बाजार नेटवर्क की स्थापना करनी चाहिए. सरकार अगर बकरी के दूध के फायदों को पाने के लिए और रिसर्च करने, बकरी क्षेत्र में सुधार करने में मदद करे तो इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था और इंसानों स्वास्थ्य में सुधार किया जा सकता है.
एलर्जी से बचाता है बकरी का दूध
डॉ. इब्ने अली का कहना है कि कई शोध रिपोर्टों का रिजल्ट है कि बकरी का दूध संभावित रूप से एक न्यूट्रास्यूटिकल स्वास्थ्य पेय के रूप में काम कर सकता है. जिन लोगों को प्रोटीन हासिल करने में गाय के दूध से एलर्जी हो जाती है वो बकरी के दूध से वही प्रोटीन बिना एलर्जी के खतरे के हासिल कर सकते हैं. एनीमिया, ऑस्टियोपोरोसिस या कुपोशषण के खतरे को कम करने के लिए बकरी के दूध का सेवन फायदेमंद हो सकता है. बच्चों और शिशुओं को गाय के दूध की तुलना में बकरी के दूध से अधिक फायदा होता है. क्योंकि बकरी के दूध में फोलिक एसिड कम होता है. बकरी के दूध के उत्पादों का उपयोग करते समय फोलिक एसिड के साथ रिप्लेसमेंट आहार को बढ़ाना जरूरी है.
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