नई दिल्ली. लद्दाख के किसानों के लिए अच्छी खबर सामने आ रही है. यहां के किसानों द्वारा उगाई जा रही सब्जी और फल को अब उचित बाजार मिलेगा. किसानों को इससे सीधा फायदा मिलेगा. दरअसल, किसानों के फल और सब्जियों को मदर डेयरी खरीदेगा और उसे बाजार तक पहुंचाएगा. इससे किसानों को उनके प्रोडक्ट का वाजिब दाम मिल सकेगा. इसके लिए मदर डेयरी और शाम सब्जी एवं फल उत्पादक विपणन सहकारी समिति लिमिटेड के बीज एक समझौते पर साइन किया गया है. अधिकारियों का कहना है कि इससे किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी.
गौरतलब है कि केंद्र सरकार काफी पहले से ऐसी कोशिश कर रही है कि किसानों की आय को बढ़ाया जाए. यही वजह है कि सरकार पशुपालन, मछली पालन और पोल्ट्री फार्मिंग जैसे कार्यों को बढ़ावा देती है और किसानों को इसके लिए लोन तक मुहैया कराती है. वहीं कृषि पर आधारित रहने वाले किसानों के लिए भी कई प्रयास किए जाते हैं. देखा जाए तो इन्हीं प्रयासों की कड़ी में शाम सब्जी एवं फल उत्पादक विपणन सहकारी समिति लिमिटेड, निमू और मदर डेयरी प्राइवेट लिमिटेड के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं.
किसानों को मिलेगा अच्छा रिटर्न
अधिकारियों ने बताया कि ऐतिहासिक कदम उठाते हुए, मदर डेयरी खाद्य एवं सब्जी प्राइवेट लिमिटेड और शाम सब्जी एवं फल उत्पादक सहकारी विपणन एवं प्रसंस्करण समिति लिमिटेड, निमू के बीच परिषद सचिवालय में अध्यक्ष/सीईसी, एलएएचडीसी लेह, एडवोकेट ताशी ग्यालसन और मदर डेयरी के अध्यक्ष डॉ. मीनेश शाह की उपस्थिति में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं. एनडीडीबी की मदद से इस प्रयास को बल मिला है. कहा जा रहा है कि लेह में किसानों द्वारा उत्पादित ताजा खुबानी, समुद्री हिरन का सींग और अन्य फलों और सब्जियों (एफ एंड वी) को बाजार तक पहुंच प्रदान करने में सहयोग करने के लिए ये कदम उठाया गया है. इस समझौते का उद्देश्य उनकी बाजार पहुंच और किसानों के लिए आर्थिक अवसरों में सुधार करना है.
फ्लेवर्ड मिल्क जैसे दूध उत्पादों को बढ़ाने का सुझाव
मदर डेयरी का प्रतिनिधित्व जयतीर्थ चारी, उप प्रबंध निदेशक और सहकारी समिति का प्रतिनिधित्व त्सेवांग रिनचेन, अध्यक्ष, शाम सब्जी एवं फल उत्पादक सहकारी विपणन समिति लिमिटेड ने किया. दोनों एजेंसियां लेह से फलों और सब्जियों के उत्पादों के मूल्य को बढ़ाने के लिए सहयोग करेंगी. जिससे लद्दाख के किसानों के लिए उचित और लाभकारी रिटर्न सुनिश्चित होगा. वे पूरे भारत में विशिष्ट लद्दाखी उत्पाद को बढ़ावा देने पर भी ध्यान केंद्रित करेंगे, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था और दृश्यता को बढ़ावा मिलेगा. सीईसी ग्याल्टसन ने समुद्री हिरन का सींग को शामिल करके आइसक्रीम और फ्लेवर्ड मिल्क जैसे दूध उत्पादों को बढ़ाने का सुझाव दिया, ताकि स्पेशल स्वाद वाले विकल्प तैयार किए जा सकें. बता दें कि कार्यकारी पार्षद सहकारी, स्टैनज़िन चोसफेल, उप रजिस्ट्रार सहकारी, डॉ मोहम्मद अब्बास और मदर डेयरी, एनडीडीबी और सहकारी विभाग के अन्य अधिकारी और सहकारी समिति के अधिकारी इस कार्यक्रम में शामिल हुए.
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