Home डेयरी Dairy: इन्हें मिलेगा 26 नवंबर को डेयरी में राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार, इस बार एक नई कैटेगरी भी जुड़ी
डेयरी

Dairy: इन्हें मिलेगा 26 नवंबर को डेयरी में राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार, इस बार एक नई कैटेगरी भी जुड़ी

पशुओं को खनिज मिश्रण (मिनेरल पाउडर) खिलाना चाहिए.
प्रतीकात्मक फोटो। livestockanimalnews

नई दिल्ली. पशुपालन एवं डेयरी विभाग ने साल 2024 के लिए पशुधन और डेयरी सेक्टर में शानदार काम करने वाले लोगों को गोपाल रत्न पुरस्कार देने के लिए, उनके नाम की घोषणा कर दी है. 26 नवंबर दिल्ली के मानेकशॉ सेंटर में दिया जाएगा. खुद केंद्रीय पशुपालन और डेयरी मंत्री अपने हाथों से विजेताओं को पुरस्कृत करेंगे. बताते चलें कि करीब ढाई हजार से ज्यादा आवेदनों में से 15 लोगों को सेलेक्ट किया गया है. इस बार गोपाल रत्न पुरस्कारों में पूर्वोत्तर राज्यों के लिए अलग से एक खास कैटेगरी भी जोड़ी गई है. इसका मकसद क्षेत्र में डेयरी विकास को और ज्यादा बढ़ावा देना है.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि डेयरी और पशुपालन में कुछ अलग काम करने वाले लोगों को राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कारों से सम्मानित किया जाता है. हर साल यह ये व्यक्तिेगत पशुपालक, कोऑपरेटिव, डेयरी फार्म और टेक्नोलॉजी के लिए दिया जाता है. पुरस्कार के तहत एक लाख रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक का ईनाम भी दिया जाता है.

इन तीन कैटेगरी में मिलता है पुरस्कार
राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार देशी पशुओं को पालने वाले किसानों, कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन, पशुपालन और डेयरी क्षेत्र में काम करने वाली डेयरी सहकारी समितियां, दूध उत्पादक कंपनी, डेयरी किसान, उत्पादक संगठन को मान्यता देने और प्रोत्साहित करने के मकसद के तहत दिए जाते हैं. यह पुरस्कार तीन कैटेगरी, स्वदेशी मवेशी भैंस नस्लों को पालने वाले सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान, सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन और सर्वश्रेष्ठ डेयरी सहकारी दूध उत्पादक कंपनी डेयरी किसान उत्पादक संगठन में दिए जाते हैं.

किसे मिला ईनाम
स्वदेशी मवेशी, भैंस की नस्लों का पालन करने वाले सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान
प्रथम रेणु, झज्जर, हरियाणा.
द्वितीय देवेंद्र सिंह परमार, शाजापुर, मध्य प्रदेश.
तृतीय सुरभि सिंह,बिजनौर,उत्तर प्रदेश.
NER के लिए खास कैटेगिरी में
जूना तमुली बर्मन, बजाली, असम.
जुनुमा माली, मोरीगांव, असम.

इन राज्य को मिला पुरस्कार
सर्वश्रेष्ठ डेयरी सहकारी समिति, दुग्ध उत्पादक कंपनी, डेयरी किसान उत्पादक संगठन
दो प्रथम पुरस्कार, द गैबट मिल्क प्रोड्यूसर्स कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, अरावली, गुजरात. दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति लिमिटेड बिसानल, बागलकोट, कर्नाटक.
द्वितीय प्रतापपुरा दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति लिमिटेड प्रतापपुरा, भीलवाड़ा, राजस्थान.
तृतीय टीएनडी 208 वदापथी एमपीसीएस लिमिटेड, कुड्डालोर, तमिलनाडु. NER के लिए खास कैटेगिरी में कामधेनु दुग्ध उत्पादक समबाय समिति लिमिटेड नित्यानंद, बजाली, असम.
सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी).

दो प्रथम पुरस्कार
भास्कर प्रधान, सुबरनपुर, ओडिशा.
राजेंद्र कुमार, हनुमानगढ़, राजस्थान.
द्वितीय वीरेंद्र कुमार सैनी, हनुमानगढ़, राजस्थान.
तृतीय वी अनिल कुमार, अन्नामय्या, आंध्र प्रदेश.
NER के लिए खास कैटेगिरी में
मोहम्मद अब्दुर रहीम, कामरूप, असम.

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

हे बनाने के लिए हरे चारे को अच्छी प्रकार और समान रूप से सुखाना बहुत जरूरी होता है.
डेयरी

Green Fodder: जानें हे बनाने की सही विधि, दुधारू पशुओं को मिलेगा भरपूर दूध

हे बनाने के लिए हरे चारे को अच्छी प्रकार और समान रूप...

अच्छा साइलेज बनाने के लिए यह जरूरी है, कि फसल का चुनाव अच्छी प्रकार से किया जाए.
डेयरी

Silage In Dairy: साइलेज बनाने के लिए चारा फसलों का चुनाव कैसे करें, जानिए

अच्छा साइलेज बनाने के लिए यह जरूरी है, कि फसल का चुनाव...

milk production in india
डेयरी

Milk Production: बच्चे के जन्म के बाद पशु का दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए ये जड़ी-बूटियां खिलाएं

उसका दूध उत्पादन भी बेहतर होता है और उसे तमाम जरूरी पोषक...