Home पशुपालन Nattive Breed Of Gujrat: नारी गाय क्यों है गुजरात की पहचान, जानें
पशुपालन

Nattive Breed Of Gujrat: नारी गाय क्यों है गुजरात की पहचान, जानें

देश में बड़े पैमाने पर गाय पालन किया जा रहा है.
प्रतीकात्मक तस्वीर।

नई दिल्ली. डेयरी के कारोबार में गायों के दूध का अच्छा खासा योगदान है. देश में भैंस से ज्यादा गायों की संख्या है. अगर गायों की नस्ल की बात करें तो देश में पहले 41 गायों की नस्ल रजिस्टर्ड थी लेकिन अब इनकी संख्या 51 हो गई है. गिर, राठी, नागौरी, साहिवाल और बद्री गाय की अव्वल नस्ल है. भैंस के मुकाबले गाय के दूध को ज्यादा गुणकारी बताया जाता है. देसी घी भी गाय का ज्यादा महंगा बिकता है. देश में देसी गायों की कुल संख्या 14.21 करोड़ है. देश में दूध देने वाली देसी गायों की संख्या 3.59 करोड़ है. देश के कुल दूध उत्पादन में देसी गायों का 20 फीसद हिस्सा है. आज हम बात कर रहे हैं गुजरात की एक ऐसी ही नस्ल की गाय की जो बेहद फेमस है. ये है नारी गाय.

देश में बड़े पैमाने पर गाय पालन किया जा रहा है. देसी गाय पालकर लोग लाखों रुपये कमा रहे हैं. बहुत से ऐसे किसान हैं, जिनके शेड में सैकड़ों की संख्या में गाय हैं और उनकी कमाई करोड़ों में भी होती है. गाय पालन खास तौर पर लघु और सीमांत किसानों के लिए एक बेहतरीन व्यवसाय का जरिया बनकर उभरा है. क्योंकि गाय पालन को कम लागत में भी किया जा सकता है. वैसे तो गुजरात में कई प्रकार की गाय पाली जाती हैं, ​जिनमें गिर गाय भी शामिल है. काठियावाड़ी, सुरती, अजमेरा, और रेंडा भी कहते हैं.

नारी की पहचान: इस गाय की नस्ल गुजरात में पाई जाती है. गुजरात के साबर कांथा और बनास कांथा जिले में ये पाई जाती हैं. गुजरात की नारी गाय को साहिवाल गाय के नाम से भी जानते हैं. ये बहुत ही प्रसिद्ध दुधारू गाय की नस्ल है. यह मुख्य रूप से हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में पाई जाती है. साहीवाल गाय एक दिन में 20-25 लीटर तक दूध देती है और लगभग 10 महीने तक दूध देती रहती है. इनके दूध के साथ ही घी को भी पसंद किया जाता है.

ये है पहचान: गुजरात की ये गाय का सफेद से लेकर भूरे रंग का सफेद कोट होता है. बड़े, बेलनाकार, सर्पिल रूप से घुमावदार सींग होते हैं. शरीर की तुलना में छोटा सिर होता है. अवतल माथा होता है और मध्यम आकार का ओसलाप होता है. साहीवाल गाय एक मजबूत और स्वस्थ नस्ल है, जो विभिन्न जलवायु परिस्थितियों में भी जीवित रह सकती है. गुजराती गाय की कीमत उसके दूध उत्पादन, उम्र, ब्यात (गर्भावस्था) और अन्य कारकों पर निर्भर करती है. आमतौर पर गुजराती गाय 30,000 रुपये से लेकर 90,000 रुपये तक में मिल सकती हैं.

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

ग्लैंडर्स रोग के बारे में पता है कि यह एक संक्रामक रोग है.
पशुपालन

Glanders Disease: क्या है ग्लैंडर्स रोग के लक्षण और इसके बचाव, जानिए डिटेल

ग्लैंडर्स रोग के बारे में पता है कि यह एक संक्रामक रोग...

जिन क्षेत्रों में पशुओं के सैंपल लिए हैं वहां कर्रा रोग के प्रारंभिक लक्षण तो नहीं मिले हैं.
पशुपालन

Animal Husbandry: पशुपालकों के लिए अच्छी खबर, इस राज्य में कर्रा बीमारी में आई कमी

जिन क्षेत्रों में पशुओं के सैंपल लिए हैं वहां कर्रा रोग के...