Home मीट Meat: इन दो झूठ की वजह से भी अंडे और मुर्गी के मीट का सेवन नहीं करते हैं लोग, जानें आप भी
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Meat: इन दो झूठ की वजह से भी अंडे और मुर्गी के मीट का सेवन नहीं करते हैं लोग, जानें आप भी

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प्रतीकात्मक फोटो.

नई दिल्ली. आम जनता के बीच कुछ लोकप्रिय मिथकों की बात की जाए तो हर साल एक आम आदमी 180 अंडे और 9 किलो कुक्कुट मांस कर सेवन करता है. हालांकि इससे कहीं ज्यादा उसे करना चाहिए. न्यूट्रीशियन एक्सपर्ट कहते हैं कि लगभग 40 अंडे और 1.25 किलो कुक्कुट मांस प्रति व्यक्ति हर वर्ष खाना ही चाहिए. क्योंकि आम आदमी की सामान्य वृद्धि और स्वास्थ्य को बेहतर ढंग से सुनिश्चित करने के लिए कुक्कुट उत्पादों का उपभोग आवश्यक है. एक्सपर्ट कहते हैं कि एक स्वस्थ इंसान बेहतर सोच सकता है और अपनी नौकरी और दिनचर्या में श्रेष्ठ कर सकता है और ये तभी होगा जब उसे जरूरत के मुताबिक डाइट मिलेगी.

पोल्ट्री उत्पाद की खपत पर लोकप्रिय मिथ्याओं में यह कहा गया है कि “अंडे और कुक्कुट मांस की खपत शरीर में हीट का उत्पादन करती है. अंडे और 100 ग्राम मांस की खपत, इंसान के लिए केवल 5 से 10 फीसदी आरडीए ऊर्जा का योगदान करती है. जबकि रोचक यह है कि अंडे का ऊर्जा मूल्य 75 किलो कैलोरी प्रति अंडा है. जबकि चावल या गेहूं (340 किलोग्राम / 100 ग्राम) से एक चौथाई कम है. इसी प्रकार, मुर्गी के मांस का ऊर्जा मूल्य लगभग 220 किलो कैलोरी प्रति 100 ग्राम है जो कि चावल और गेहूं से 50 फीसदी कम है.

गर्मी में खाने से होता है फायदा
चूंकि कुक्कुट मांस और अंडे का ऊर्जा मूल्य अनाज से काफी कम है. इसलिये कुक्कुट उत्पादों का उपभोग हीट का उत्पादन नहीं करता है. गर्मियों के दौरान इन उत्पादों का उपभोग लाभदायक है. एक और झूठ यह भी है कि “अधिक अंडे की खपत हृदय की समस्याएं पैदा करती हैं, जो कि पूरी तरह से गलत है. शरीर में कोलेस्ट्रॉल निक्षेपण / सांद्रता, मुख्यतया इसके अंतर्जात उत्पादन के कारण होती है. खाद्य कोलेस्ट्रॉल सांद्रता का इसकी शरीर में सांद्रता पर कम प्रभाव होता है. सैचुरेटेड वसा अम्ल (एसएफए) की तुलना में अनसैचुरेट वसा अम्ल (यूएसएफए) की उच्च सांद्रता के उपयोग से शरीर में कोलेस्ट्रॉल का उत्पादन कम किया जा सकता है.

दिल के लिए नुकसादेह नहीं बेहतर है अंडा और मीट
चूंकि, अंडे की जर्दी में यूएसएफए एसएफए के बीच का अनुपात महत्वपूर्ण स्तर (0.30) की तुलना में काफी अधिक (0.59) है. इसका मतलब है कि अंडे की खपत निश्चित रूप से शरीर में कोलेस्ट्रॉल के डिस्पोज को कम कर सकती है. इस अवधारणा को मजबूत करने के लिए हमारे पास जापान का एक उदाहरण है, जहां हर वर्ष प्रति व्यक्ति 350 से अधिक अंडों का उपभोग करता हैं, लेकिन हमारे देश, जहां की खपत केवल 40 अंडे है, की तुलना में जापान में हृदय की समस्याएं बहुत कम है. इसलिए मुर्गी के अंडों का उपभोग कभी भी हृदय रोगों का कारण नहीं होता, बल्कि उपभोक्ता के स्वास्थ्य की स्थिति में सुधार करता है.

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