नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को गुजरात के अहमदाबाद स्थित नरेंद्र मोदी स्टेडियम में अमूल के स्वर्ण जंयती समारोह में हिस्सा लिया. जहां उन्होंने अपने भाषण में अमूल कंपनी को विश्व की आठवें नंबर की कंपनी बताते हुए कहा इसकी कामयाबी के पीछे हमारी देश की महिलाएं हैं. उनका ज्यादातर बयान महिलाओं पर फोकस रहा और जब भी अमूल की सफलता जिक्र किया तो उन्होंने इसका क्रेडिट देश की महिलााओं को ही दिया. पीएम ने कहा कि भारत के डेयरी सेक्टर की ज्यादा चर्चा नहीं होती, जबकि आज मैं इस ऐतिहासिक अवसर पर इस विषय पर भी विस्तार से चर्चा करना चाहता हूं.
अमूल ऊंचाई महिलाशक्ति की वजह से है
उन्होंने कहा कि भारत में 10 लाख करोड़ रुपए के टर्नओवर वाले डेयरी सेक्टर की मुख्य कर्ताधर्ता देश की नारीशक्ति है. हमारी माताएं हैं, हमारी बहनें हैं, हमारी बेटियां हैं. आज देश में धान, गेहूं और गन्ने को भी मिला दें, तो भी इन फसलों का टर्नओवर 10 लाख करोड़ रुपए नहीं होता. जबकि 10 लाख करोड़ टर्नओवर वाले डेयरी सेक्टर में 70 प्रतिशत काम करने वाली हमारी माताएं-बहनें-बेटियां ही हैं. भारत के डेयरी सेक्टर की असली रीढ़, असली बैकबोन, यही महिलाशक्ति हैं. आज अमूल सफलता की जिस ऊंचाई पर है, वो सिर्फ और सिर्फ महिलाशक्ति की वजह से है. आज जब भारत Women Led Development के मंत्र के साथ आगे बढ़ रहा है, तो भारत के डेयरी सेक्टर की ये सफलता, उसके लिए एक बहुत बड़ी प्रेरणा है.
6 लाख करोड़ रुपये की आर्थिक मदद दी
उन्होंने कहा कि मैं मानता हूं कि भारत को विकसित बनाने के लिए, भारत की प्रत्येक महिला की आर्थिक शक्ति बढ़नी उतनी ही आवश्यक है. इसलिए हमारी सरकार आज महिलाओं की आर्थिक शक्ति बढ़ाने के लिए भी चौतरफा काम कर रही हैं. मुद्रा योजना के तहत सरकार ने जो 30 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की मदद दी है, उसकी करीब 70 प्रतिशत लाभार्थी बहनें-बेटियां ही हैं। सरकार के प्रयास से पिछले 10 साल में महिला सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़ी महिलाओं की संख्या 10 करोड़ को पार कर गई है. पिछले 10 साल में भाजपा सरकार ने इन्हें 6 लाख करोड़ रुपये से अधिक की आर्थिक मदद दी है.
महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है
कहा कि, सरकार ने पीएम आवास योजना के तहत देश में जो 4 करोड़ से ज्यादा घर दिए हैं, उनमें से ज्यादातर घर भी महिलाओं के नाम हैं. ऐसी अनेक योजनाओं की वजह से आज समाज में महिलाओं की आर्थिक भागीदारी बढ़ी है. आपने नमो ड्रोन दीदी अभियान के बारे में जरूर सुना होगा। इस अभियान के तहत अभी शुरुआत में गांव के स्वयं सहायता समूहों को 15 हजार आधुनिक ड्रोन दिए जा रहे हैं. ये आधुनिक ड्रोन उड़ाने के लिए नमो ड्रोन दीदियों को ट्रेनिंग भी दी जा रही है। वो दिन दूर नहीं जब गांव-गांव में नमो ड्रोन दीदियां, कीटनाशक छिड़कने से लेकर खाद छिड़कने में भी सबसे आगे रहेंगी.
महिलाओं के खाते में भेजा पैसा
पीएम मोदी बोले कि, मुझे खुशी है कि यहां गुजरात में भी हमारी डेयरी सहकारी समितियों में महिलाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है. मुझे याद है, जब मैं गुजरात में था, तो हमने डेयरी सेक्टर से जुड़ी महिलाओं के लिए एक और बड़ा काम किया था. हमने ये सुनिश्चित किया कि डेयरी का पैसा हमारी बहनों-बेटियों के बैंक खातों में सीधे जमा हो. मैं आज इस भावना को विस्तार देने के लिए भी अमूल की प्रशंसा करुंगा. हर गांव में माइक्रो ATM लगने से पशु-पालकों को पैसा निकालने के लिए बहुत दूर जाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी. आने वाले समय में पशुपालकों को रुपे क्रेडिट कार्ड देने की भी योजना है. पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर पंचमहल और बनासकांठा में इसकी शुरुआत भी हो चुकी है.
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