नई दिल्ली. मुर्गियों को बीमारियों से दूर रखना भी बेहद ही जरूरी है. साथ ही उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना भी जरूरी है. क्योंकि देखा जाए तो फार्म पर मौजूद सभी छोटी-बड़ी मुर्गियों में कभी न कभी कोई न कोई बीमारी आती ही रहती है. जबकि मुर्गियों को बीमारियों से बचाने के लिए काफी सारी दावाओं का इस्तेमाल किया जाता है. इन दवा में एंटीबायोटिक का भी इस्तेमाल किया जाता है. जिससे दवाओं पर अच्छा खासा पैसा भी खर्च हो जाता है लेकिन आप अगर कुछ प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल करें तो मुर्गियों को बीमारियों से बचा सकते हैं. वहीं इससे उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ जाएगी.
इस आर्टिकल हम आपको मुर्गियों को स्वस्थ रखने, रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने और बीमारी के दौरान इस्तेमाल की जाने वाले कुछ प्राकृतिक जड़ी—बूटियों के बारे में बताने जा रहे हैं. जो पोल्ट्री फार्मिंग के काम में बेहद ही कारगर है.
गिलोय देने के फायदे जानें यहां
गिलोय के बारे में तो हम सभी जानते हैं. क्योंकि यह हर जगह आसानी से उपलब्ध है. गिलोय का इस्तेमाल हर घर में होता है. आमतौर पर जब किसी को बुखार आता है तो गिलोय का काढ़ा बनाकर पिलाया जाता है. इससे बुखार जल्दी उतर जाता है. गिलोय से आप मुर्गियों को भी स्वस्थ रख सकते हैं. अगर आपकी मुर्गियों में जुकाम और फीवर जैसी समस्याएं हैं तो गिलोय का इस्तेमाल कर सकते हैं. यह मुर्गियों को राहत पहुंचाने में मददगार साबित होगा. गिलोय को देने से मुर्गियों में वायरल इंफेक्शन दूर होता है. इसके साथ-साथ यह मुर्गियों में इम्यूनिटी पावर को भी मजबूत करता है. अगर मुर्गी में डाइजेशन प्रॉब्लम है तो वो भी गिलोय दूर करने में मददगार साबित होता है. वहीं ज्यादा गर्मी और ज्यादा ठंड में जब मुर्गियां स्ट्रेस में हो जाती हैं. तब भी गिलोय देने का फायदा होता है और गिलोय का काढ़ा बनाकर मुर्गियों को दिया जाता है.
मुर्गियों को क्यों देना चाहिए हल्दी
वहीं दूसरी जड़ी बूटी की बात की जाए तो इसे हम हल्दी कहते हैं. हल्दी हर घर में मौजूद होती है. इसका बहुत तरह से इस्तेमाल किया जाता है. कच्ची हल्दी और पाउडर का इस्तेमाल मुर्गी में किया जाता है, या हल्दी पाउडर पानी में मिलाकर मुर्गियों को दिया जाता है. अगर समय-समय पर हल्दी का इस्तेमाल मुर्गियों के लिए किया जाए तो हल्दी में मौजूद तमाम पोषक तत्व मुर्गियों की इम्युनिटी पावर को बढ़ाने में मददगार साबित होती है. इसके साथ-साथ हल्दी में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो मुर्गियों में चोट लगे होने पर या अंदरूनी घाव होने पर उसको सही करने में मदद करते हैं. उसके साथ-साथ मुर्गियों में बहुत सारे इन्फेक्शन जैसे वायरल इंफेक्शन, फंगल इंफेक्शन से भी हल्दी बचाती है.
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