Home पोल्ट्री Poultry Farming: मुर्गियों को हो गया इंफेक्शन तो इन दो दवा से करें इलाज, यहां पढ़ें, दवा देने का तरीका
पोल्ट्री

Poultry Farming: मुर्गियों को हो गया इंफेक्शन तो इन दो दवा से करें इलाज, यहां पढ़ें, दवा देने का तरीका

poultry farming
प्रतीकात्मक तस्वीर.

नई दिल्ली. कई बार मुर्गियों को वायरल इंफेक्शन हो जाता है. इतना ही नहीं ठंड के मौसम में ठंड भी लग जाती है. अगर ऐसा होता है तो मुर्गियों का इलाज करना बेहद जरूरी होता है. क्योंकि ऐसा न करने पर हो सकता है कि मुर्गियों का उत्पादन कम हो जाए और यह भी हो सकता है कि यह बीमारी अन्य मुर्गियों में भी फैल जाए और मुर्गियों में मृत्यु दर भी दिखाई दे. इसलिए इसका इलाज करना बेहद जरूरी है. नहीं तो पोल्ट्री फार्मिंग के काम में आपको बड़ा नुकसान हो सकता है, इससे आपका फार्म भी बंद हो सकता है.

मुर्गियों की इस समस्या का इलाज करने के लिए आप टेटरासाइक्लिन हाइड्रोक्लोराइड दवा दे सकते हैं. यह एक एंटीबायोटिक होता है, जो किसी भी वेटरिनरी शॉप पर आसानी से मिल जाती है. इससे मुर्गियों की इन्फेक्शन और ठंड लगने का इलाज आसानी के साथ किया जा सकता है.

डायरिया का भी इस दवा से कर सकते हैं इलाज
टेटरासाइक्लिन हाइड्रोक्लोराइड नाम की इस दवा का इस्तेमाल करके मुर्गियों में वायरल इंफेक्शन की समस्या को दूर किया जा सकता है. साथ ही सर्दी जुकाम की समस्या को भी इस दवा से दूर किया जा सकता है. वहीं डायरिया की शिकायत अगर हो जाए तो इस दवा को देने से डायरिया भी ठीक हो जाता है. हालांकि इसको इस्तेमाल करने का तरीका भी पता होना चाहिए. तभी आपको इससे फायदा मिलेगा. पोल्ट्री एक्सपर्ट का कहना है कि अगर आपकी मुर्गी में किसी तरह के इंफेक्शन हो गया हो जैसे वह छींक रही है या खासी आ रही है तब आप दो से तीन ग्राम पाउडर दो से ढाई लीटर पानी में मिला देना है.

3 से 4 दिन में मिल जाएगा आराम
इसे अच्छी तरह से मिक्स करने के बाद मुर्गी को पीने के लिए दे देना है. अगर गर्मी के समय में इस दवा को पिलाना है तो रात के समय यह दवा देना चाहिए. क्योंकि रात में जब आप मुर्गियों को यह दवा पानी में मिला कर देंगे तो वह ज्यादा काम करेगी. इससे मुर्गियों में स्ट्रेस भी नहीं आएगा और उसके अगले दिन आपको मल्टीविटामिन का इस्तेमाल करना है. कोई भी मल्टीविटामिन दवा आप ले सकते हैं और 5 एमएल मल्टीविटामिन की दवा चिक्स को दी जा सकती है. वहीं 60 दिन के ऊपर की मुर्गियां हैं तब 7 से 10 एमएल 100 मुर्गियों को दवा देनी है. रात के समय एंटीबायोटिक चलना है. अगर 3 से लेकर 4 दिन तक इस दवा को आप चला देते हैं तो मुर्गियों की कोई भी समस्या दूर हो जाएगी.

Written by
Livestock Animal News

लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज (livestockanimalnews.com) एक डिजिटल न्यूज प्लेटफार्म है. नवंबर 2023 से ये लगातार काम कर रहा है. इस प्लेटफार्म पर एनिमल हसबेंडरी () यानि मुर्गी पालन, डेयरी (), गाय-भैंस, भेड़-बकरी, घोड़ा, गधा, मछली और पशुपालन, चारा, पशु चिकित्सा शि‍क्षा से जुड़ी खबरें पढ़ने को मिलती हैं. ऐग और चिकन के रोजाना बाजार भाव भी इस प्लेटफार्म पर प्रकाशि‍त किए जाते हैं. नेशनल मीडिया जैसे न्यूज18 हिंदी, हिन्दुस्तान, अमर उजाला, दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर में काम कर चुके पत्रकार (रिर्पोटर) की टीम लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज के लिए खबरें और स्टोरी लिखती है. केन्द्र सरकार के Poultry, Cow, Buffalo, Goat, Sheep, Camel, Horse (Equine), Fisheries, Donkey, Feed-Fodder and Dairy रिसर्च इंस्टीट्यूट के साइंटिस्ट से बात कर उनकी रिसर्च पर आधारित न्यूज-स्टोरी लिखी जाती हैं. इसके साथ ही लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज प्लेटफार्म पर एनिमल साइंस और वेटरनरी कॉलेज-यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और एक्सपर्ट से बात करके खबरें लिखी जाती हैं और उनके लिखे आर्टिकल भी पब्लिूश किए जाते हैं. ये सभी स्टोरी और स्टोरी से जुड़े वीडियो सोशल मीडिया फेसबुक, यूट्यूब (YouTube), इंस्टाग्राम, एक्स (ट्विटर) और लिंक्डइन पर शेयर किए जाते हैं. पशुपालकों की सक्सेट स्टोरी लिखी जाती हैं. उसी सक्सेस स्टोरी के वीडियो बनाकर उन्हें लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज के यूट्यूब चैनल पर पब्लिैश किया जाता है. अंग्रेजी में भी न्यूज और आर्टिकल पब्लिाश किए जाते हैं. लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज पशुपालन, मछली पालन, मुर्गी पालन और डेयरी से जुड़े विषयों पर होने वाली सेमिनार, वर्कशॉप और एक्सपो को भी कवर करता है. साथ ही एनिमल हसबेंडरी मंत्रालय से जुड़ी खबरें भी कवर करता है. बाजार में आने वाले नए प्रोडक्ट की जानकारी भी इस प्लेटफार्म पर दी जाती है.

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

poultry farm
पोल्ट्री

Poultry Farming: 1 से लेकर 30 दिनों तक चूजों को खिलाएं कौन सा फीड, जानें यहां

10-20 मुर्गी से ही मुर्गी पालन का काम शुरू कर रहे हैं...

रोगी पक्षियों के पंख बिखरे-बिखरे व लटके रहते हैं और कॉम्ब पर पीलापन नजर आता है.
पोल्ट्री

Poultry Farming News: बारिश में मुर्गी पालन के दौरान आती है ये दिक्कतें, जानें परेशानियों का उपाय भी

पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग बिहार सरकार के एक्सपर्ट की मानें तो...