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Poultry Farming: इनक्यूबेटर से निकले चूजों का इस तरह रखें ख्याल, तेजी के साथ होगी ग्रोथ

अधिकांश पोल्ट्री प्रजातियों की चोंच एक बहुत ही विशिष्ट अंग है.
प्रतीकात्मक तस्वीर

नई दिल्ली. पोल्ट्री फार्मिंग में इनक्यूबेटर प्रक्रिया से अंडों से बाहर आए चूजों का खास ख्याल रखना पड़ता है. पोल्ट्री एक्सपर्ट कहते हैं कि मुर्गियां जिन अंडों को देती हैं, उससे निकले हुए बच्चों का वह खुद ख्याल रख लेती हैं. उन्हें जरूरी हीट भी दे देती हैं और इसके अलावा भी उनकी देखरेख करती हैं. जिससे इन चूजों में मृत्यु दर नहीं दिखाई देती है. एक तरह से उनका मुर्गी उनका मां की तरह ख्याल रखती है. वहीं दूसरी तरफ इनक्यूबेटर से निकले चूजे का आपको खुद ही ख्याल रखना पड़ता है. उनके हीट का, उनके दाने पानी का, नहीं तो उनके अंदर मृत्युदर दिखाई देती है. उनका किस तरह से ख्याल रखना है, कैसे उन्हें हिट देना है और कब क्या खिलाना है ये जानना बेहद ही जरूरी है.

आपको ये भी बताते चलें कि हम आपको जो चीजें यहां बताने जा रहे हैं अगर आपने इसे अपना लिया तो इससे हो फायदा होगा. चूजों में मृत्यु दर नहीं दिखाई देगी और जो चीजें खिलाने के लिए बताई जा रही है, उसे खिला दिया तो एक महीने के चूजे 2 महीने की तरह नजर आएंगे. उनका वजन भी ज्यादा होगा. इससे आपको पोल्ट्री फार्मिंग में अच्छा मुनाफा कमाने का मौका मिलेगा, तो देर न करिए पूरा आर्टिकल गौर से पढ़िए.

शुरुआती 48 घंटे के बाद ये काम जरूर करें
आपको बता दें कि इनक्यूबेटर से निकले चूजों को पालना भी बहुत मुश्किल काम नहीं है. बस इनका थोड़ा सा ख्याल रखना पड़ता है. पहले ये काम करना है कि शुरुआती 48 घंटे के बाद इनको गुड़ वाला पानी जरूर से पिला दें. चूजों गुड़ वाला पानी पिलाने से उन्हें तुरंत ऊर्जा मिलती है. गुड़ में मौजूद पोषक तत्वों की वजह से चूजों का विकास तेजी के साथ होता है. वहीं इसके चार घंटे के बाद चूजों को जीरो नंबर फीड खिलाया जा सकता है. हालांकि इसको खिलाने से पहले इसमें बाजरा जरूर मिक्स कर दें. इससे ज्यादा फायदा मिलेगा और हर तीन चार घंटे के बाद इन्हें यही फीड खिलाना है और लगातार 15 दिनों तक ऐसा करना है.

हीट के लिए लगाएं बल्ब, बढ़ाएं साइज
वहीं चूजों को दिए जाने वाले मल्टीविटामिन के पाउडर आसानी से और सस्ती कीमत पर बाजार में उपलब्ध हो जाते हैं. इन्हें भी चूजों को देना चाहिए. इससे चूजों की ग्रोथ तेजी के साथ होगी. वहीं चूजों को उनकी जरूरत के मुताबिक टेंपरेचर देने के लिए आप 100 वाट का बल्ब भी इस्तेमाल कर सकते हैं और इसे करना ही चाहिए. जिससे इन्हें हीट मिलती रहेगी और शुरुआती दिनों में जो जरूरी टेंपरेचर भी. वहीं इससे टेंप्रेचर मेंटेन हो जाएगा. 15 दिनों के बाद इनकी फीड का साइज बढ़ा देना है और साथ में बाजार भी देना है. मल्टीविटामिन का पाउडर लगातार खिलाते रहना है.

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Livestock Animal News

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