नई दिल्ली. अगर आपकी मुर्गियां बीमार हो गई हैं तो उसका इलाज करना बेहद जरूरी है. अगर बात करें देसी मुर्गी या कोई क्रॉस मुर्गियों की तो ये ज्यादा बीमार पड़ती हैं. जबकि सोनाली या वनराजा जैसी मुर्गी तो बहुत कम बीमार पड़ती है, लेकिन क्रॉस मुर्गी और देसी मुर्गी अक्सर बीमार होती है. यह तब ज्यादा बीमार पड़ती हैं, जब मौसम का बदलाव होता है. अगर आपकी मुर्गी भी बीमार पड़ गई है और दाना खाना बिल्कुल बंद कर दी है यह पानी भी नहीं पी रही और एक ही जगह बैठी रह रही है तो उसका तुरंत इलाज कराएं.
कई बार मुर्गियां दाने को अच्छे से पचा नहीं पाती हैं. अगर मुर्गियां दाने को सही से पचा नहीं पाती हैं तो मुर्गी की गदर्न से नीचे वाले हिस्से में थैली को छूकर देखेंगे तो आपको दाना महसूस होगा. बता दें कि कई बार मुर्गियां इंफेक्शन की वजह से भी बीमार पड़ जाती हैं. हालांकि इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि मुर्गियां जब दाना न खाएं तो इसका इलाज कैसे किया जाएगा. तो फिर देर न करिए आइए इस आर्टिकल में जानते हैं क्या करना है.
इस तरह से दाना निकाल दें
मान लीजिए कि आपकी मुर्गी बिल्कुल भी दाना नहीं खा रही है तो ऐसी कंडीशन में जो खाने की थैली है, उसे साफ करना पड़ता है. मुर्गियों की थैली में जमे हुए दाने को निकालना पड़ता है. उसके लिए मुर्गी के मुंह में कोई पतला पाइप डालकर उसे निकाला जाता है. मुर्गी को उल्टा करके भी दाने को बाहर निकाला जाता है. अगर खाने की थैली को आप साफ कर देते हैं तो मुर्गी स्वस्थ हो जाएगी. आपकी कोई एक मुर्गी को इस तरह की परेशानी हुई तो उसके लिए आपको 100 एमएल पानी लेना होगा. उसके साथ दो ग्राम मीठा सोडा लेकर पानी मिलाकर पिला देना है. इससे समस्या दूर हो जाएगी.
पेट से जुड़ी बीमारी हो जाएगी दूर
मान लीजिए आपके पास मुर्गियों की संख्या ज्यादा है. इस दौरान आपको 15 से 20 ग्राम मीठा सोडा लेना होगा. इतनी मात्रा में लिए गए सोडा को 1 से लेकर डेढ़ लीटर पानी में मिलाकर मुर्गियों को पिला देना चाहिए. इसको पीने से मुर्गियों को फायदा होगा. हालांकि पिलाने का भी तरीका है. इसे तकरीबन 8 घंटे तक मुर्गियों को पिलाना है और लगातार तीन से चार दिन तक पानी को पिलाते रहना है. अगर आप तीन से लेकर 4 दिन तक पानी में बेकिंग सोडा मिलाकर मुर्गियों को पिला देते हैं तो मुर्गियों के पेट में जो भी डाइजेशन से लेकर समस्याएं हैं दूर हो जाएंगी. दाने को नहीं पचा पाना जैसी समस्या दूर हो जाएंगी और मुर्गी भी अच्छी तरह से स्वस्थ हो जाएगी.
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