लखनऊ. उत्तर प्रदेश में बर्ड फ्लू के खतरे को लेकर शासन से लेकर प्रशासन तक सतर्क हो गया है. बर्ड फ्लू के खतरे को भांपते हुए इसकी रोकथाम के लिए सतर्कता को और बढ़ा दिया है. यूपी के राजधानी लखनऊ के डीएम सूर्यपाल गंगवार ने पशुपालन विभाग के अधिकारियों को निर्देश जारी कर सावधानी बरतने को कहा है. डीएम ने एवियन इन्फ्लूएंजा यानी बर्ड फ्लू जैसी घातक बीमारी पर नियंत्रण पाने के लिए तैयार रहने को कहा है. एवियन इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी से किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए डीएम ने जनपदीय टास्कफोर्स को अलर्ट रहने को कहा है, जिससे बीमारी के फैलने से पहले ही उस पर नियंत्रण पाया जा सके.
कोरोना की दहशत से लोग पहले से ही परेशान हैं अब यूपी में बर्ड फ्लू के खतरे की आशंका ने भी प्रशासन को परेशान कर दिया है. यही वजह है कि प्रशासन तक सतर्क हो गया है. लखनऊ के डीएम सूर्यपाल गंगवार ने पशुपालन विभाग के अधिकारियों को निर्देश जारी कर सावधानी बरतने को कहा है. वहीं लखनऊ के सीवीओ यानी मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने बताया कि जनपद में बर्ड फ्लू की रोकथाम की तैयारियों के लिए जिले में 5 रैपिड रिस्पांस टीम (RRT) का गठन किया जा चुका है. हर महीने अलग—अलग पशु अस्पतालों के जरिए सीरम, क्लोएकल तथा नेजल सैंपल परीक्षण के लिए आईवीआरआई, बरेली प्रेषित किए जाते हैं.
पोल्ट्री फार्मों को भी रखा अलर्ट मोड पर
लखनऊ के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने बताया कि हम अपनी तरफ से तो पूरी तैयारी है. इसके अलावा जिले के पोल्ट्री फार्मों को भी अलर्ट पर रखा गया है. हालांकि अभी तक बर्ड फ्लू का कोई भी मामला सामने नहीं आया है फिर भी पशु चिकित्सा विभाग पहले ही अलर्ट हो गया है. इतना ही नहीं पशुपालन विभाग ने फार्मरों से अपील की है कि अगर कोई पक्षी की प्राकृतिक रूप से मौत हुई है, तो इसकी सूचना विभाग को जरूर दें.
क्या बर्ड फ्लू
पुश चिकित्सक डॉक्टर मनोज जैन की मानें तो बर्ड फ्लू मुर्गियोें में होने वाला एक संक्रमण रोग है. यह मुर्गियों से अन्य पक्षियों में जा सकता है. इसलिए एहतियातन पशु चिकित्सा विभाग ने सीमित दायरे में आने वाले संक्रमित मुर्गियों को मारकर दफना देता है. कोशिश रहती है कि संक्रमिण अधिक न फैल पाए. मुर्गियों के लिए यह संक्रमण बेहद घातक है. 48 घंटे में ही इस संक्रमण की चपेट में आकर मुर्गियों की मौत हो जाती है. मुर्गियों का डेथ रेट भी 90 से 100 प्रतिशत है.
क्या होते हैं इस बीमारी के लक्षण
डॉक्टर मनोज जैन के अनुसार बर्ड फ्लू के दौरान बर्ड को बहुत तेज बुखार आता है. जैसे दर्द होना, पीठ के ऊपरी हिस्से में बहुत तेज दर्द होना, सिर में दर्द होना, लूज मोशन होना, खांसी और सांस लेने में कठिनाई होना, पेट में दर्द होना, नाक या मसूड़ों से ब्लीडिंग हो जाना आदि शामिल हैं. इस बीमरी इतनी खतरनाक है कि बर्ड फ्लू वायरस इन्फेक्शन किसी भी व्यक्ति को अपनी चपेट में ले सकता है. कभी—कभी ऐसा भी हो सकता है कि व्यक्ति में लक्षण न दिखें. ये भी संभव है कि व्यक्ति में इस बीमारी के लक्षण कम दिखे और कई बार ऐसा होता है कि लक्षण बहुत अधिक दिखे, जिससे मरीज की जान तक जा सकती है.
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