Home पोल्ट्री Poultry Farming: क्यों हांफने लगते हैं ब्रॉयलर मुर्गे, ऐसा होने पर क्या करना चाहिए, जानें यहां
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Poultry Farming: क्यों हांफने लगते हैं ब्रॉयलर मुर्गे, ऐसा होने पर क्या करना चाहिए, जानें यहां

Vaccination reduces the use of antibiotics, hence reduce the AMR.
प्रतीकात्मक तस्वीर।

नई दिल्ली. पोल्ट्री एक्सपर्ट का कहना है कि मुर्गी पालन में अगर ज्यादा से ज्यादा कमाई करना चाहते हैं और यह चाहते हैं कि ब्रॉयलर मुर्गों की सेहत खराब न हो तब आपको हर दिन पोल्ट्री फार्म का चक्कर लगाना होगा. अगर आप पोल्ट्री फार्म में हर दिन आते जाते हैं तब इससे आपको पता चलेगा कि ब्रॉयलर मुर्गों को क्या दिक्कत है और फिर समय रहते ही उसका इलाज भी कर सकते हैं. इसलिए बेहद जरूरी है कि ब्रॉयलर मुर्गों की हर एक्टिविटी पर आपकी नजर हो. तभी आप पोल्ट्री फार्मिंग के काम में अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं, नहीं तो नुकसान होने का चांस बढ़ जाएगा.

पोल्ट्री फार्मिंग में मुर्गियों का मौसम के लिहाज से ख्याल रखा जाता है. अगर गर्मी ज्यादा है तो उस हिसाब से मुर्गियों की देखरेख करनी पड़ेगी, नहीं तो इससे उत्पादन पर असर पड़ेगा. उत्पादन पर असर पड़ने का सीधा सा मतलब है कि आपको पोल्ट्री फार्मिंग के काम में नुकसान उठाना पड़ सकता है. अगर आप नुकसान नहीं चाहते तो मौसम के लिहाज से बर्ड का ख्याल रखना शुरू कर दें.

मुर्गियों का वजन नहीं बढ़ेगा तो नुकसान झेलना होगा
मान लीजिए कि आपका फॉर्म ऐसी जगह पर है, जहां का मौसम थोड़ा ठंडा रहता है तब अगर आप पोल्ट्री फार्म का पर्दा नहीं भी खोलेंगे तो भी कोई दिक्कत नहीं है. इससे ब्रॉयलर मुर्गों को परेशानी नहीं होगी लेकिन गर्म मौसम वाली जगह पर अगर आपका फॉर्म है तब ब्रॉयलर मुर्गों को परेशानी हो सकती है. अगर ब्रॉयलर मुर्गों को दिक्कत आ रही है यानी उन्हें गर्मी लग है तब वह हांफने लग जाते हैं. इसका सीधा सा मतलब है कि ब्रॉयलर मुर्गों को अब ठंडे वातावरण की जरूरत है. ऐसे में तुरंत ऐसा उपाय करना चाहिए, जिससे ब्रॉयलर मुर्गों को ठंडा वातावरण मिले, नहीं तो इसकी वजह वजह से उनमें मृत्यु दर भी दिखाई दे सकती है और उसका उत्पादन भी प्रभावित हो सकता है. मुर्गियों का वजन नहीं बढ़ेगा तो आपको नुकसान झेलना पड़ जाएगा.

ब्रॉयलर मुर्गे हांफने लगें तो क्या करें, जानें यहां
वहीं अगर तापमान ब्रॉयलर मुर्गों के सहन करने लायक ना हो, यानी वह हांफने लग जाएं तब पोल्ट्री फार्म के पर्दों को खोल देना चाहिए. खासतौर से शाम के वक्त, ताकि ठंडी हवाएं पोल्ट्री फार्म के अंदर इंटर हों और दूसरी तरफ से भी पर्दा ओपन कर देना चाहिए. ताकि एक जगह से दूसरी जगह हवा चली जाए और वेंटिलेशन बना रहे. जरूरत पड़ने पर आप कूलर और पंखे आदि की व्यवस्था भी कर सकते हैं. जिससे मुर्गियों को राहत मिलेगी और हांफना बंद कर देंगी. इसका फायदा पोल्ट्री फार्मिंग के काम में आपको मिलने लगेगा.

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