नई दिल्ली. ठंड में मुर्गी पालन अच्छा मुनाफा देने वाले व्यवसायों में से एक है. मुर्गी पालन करके अंडा और मांस का उत्पादन किया जाता है और इसे बेचकर अच्छी खासी कमाई की जाती है. मुर्गी पालन के लिए अलग-अलग प्रजातियों का चयन किया जाता है. इस व्यवसाय की खास बात यह है कि इसे कम लागत में शुरू किया जा सकता है और बहुत ज्यादा मुनाफा कमाया जा सकता है. क्योंकि मांस के लिए पाली जाने वाली मुर्गियां 40 से 45 दिन में तैयार हो जाती हैं. वहीं इसकी बाजार में अच्छी कीमत भी मिलती है. मुर्गी पालन में जब सर्दी का आगाज होता है तो कुछ खास बातों का ख्याल रखना होता है. अगर ऐसा न किया जाए तो मुर्गी पालन में नुकसान हो सकता है. मुर्गियों की मौत भी हो सकती है.
पोल्ट्री एक्सपर्ट का कहना है कि अगर जाड़े के मौसम में मुर्गी पालन से अधिक से अधिक फायदा कमाना चाहते हैं तो कुछ बातों का ख्याल रखना बेहद ही जरूरी है ताकि पोल्ट्री फार्मिंग प्रभावित न हो. इस आर्टिकल में हम आपको उन्हीं जरूरी बातों में से कुछ के बारे में बताने जा रहे हैं, जो एक मुर्गी पालक के लिए जनना बेहद ही जरूरी है.
कितना होना चाहिए ब्रूडर का तापमान
पोल्ट्री एक्सपर्ट के मुताबिक जाड़े के मौसम में मुर्गीपालन करते समय चूजों को ठंड से बचने के लिए गैस ब्रूडर, बांस के टोकने के ब्रूडर, चादर के ब्रूडर, पट्रोलियम गैस, सिगड़ी, कोयला, लकड़ी के गिट्टे, हीटर आदि की जरूरत होती है और यह सारी व्यवस्थाएं जब पोल्ट्री फार्म में चूजा लाएं उससे पहले ही कर लेनी चाहिए. जनवरी के महीने में सबसे ज्यादा ठंड पड़ती है. इस वजह से इस महीने में चूजे जहां रखे जाएं, वहां का तापमान 15 डिग्री फारेनहाइट करना बेहद ही जरूरी है. अगर तापमान ज्यादा ठंडा रहेगा तो चूजों की मौत हो सकती है. फिर दूसरे हफ्ते से चौथे हफ्ते के दौरान 55 डिग्री तापमान करते हुए ब्रूडर का तापमान उतना कर देना चाहिए जिससे चूजे ठंड से बचे रहें और उन्हें ठंड न लगे. एक्सपर्ट कहते हैं कि आमतौर पर ब्रूडर का तापमान कम से कम 80 डिग्री फारेनहाइट तक कर देना चाहिए.
ठंड में इन बातों का भी रखें ख्याल
ठंड के मौसम में मुर्गी पालन करते समय चूजों की डिलीवरी हमेशा ही सुबह के समय ही करनी चाहिए. शाम या रात में करने से चूजों में मृत्युदर के बढ़ जाने की आशंका भी बढ़ जाती है. क्योंकि शाम के समय ठंड बहुत ज्यादा रहती है. वहीं पोल्ट्री फार्म को चूजों के आने के 24 घंटे पहले ही पर्दे से ढक दिया जाना चाहिए. ताकि फार्म के अंदर का टेंपरेचर बाहर के टेंपरेचर के मुकाबले सामान्य रहे. वहीं चूजों के आने से कम से कम चार घंटा पहले ब्रूडर जरूर चालू कर देना चाहिए. पानी पहले से ब्रूडर के नीचे रखना चाहिए और यह गर्म हो जाए तो बेहतर है. ठंड के दौरान मुर्गियों को सर्दी खांसी की बीमारी होती है. ऐसे में ज्यादा ख्याल रखने की जरूरत होती है.
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