नई दिल्ली. बकरी पालन के लिए कहा जाता है कि यह कम बजट में किया जाने वाला एक बेहतरीन कारोबार है. बकरी पालन को छोटे स्तर से लेकर बड़े लेवल तक किया जा सकता है. यानी आप चार-पांच बकरियां पालकर भी कमाई कर सकते हैं और अगर चाहे तो 50 से 100 बकरियों को रखकर भी अपनी इनकम बढ़ा सकते हैं. एनिमल एक्सपर्ट कहते हैं कि बकरी पालन हर तरह से फायदेमंद है. बकरी के दूध-मीट से जहां कमाई होती है तो वहीं इसके वेस्ट से खाद बनती है और पशुपालकों को इससे भी कमाई हो सकती है.
जब भी कोई पशुपालक बकरी पलता है या कोई और जानवरों को पलता है तो हमेशा ही इस बात का ख्याल लगता है कि उन्हें बीमारियों से बचाया जाए ताकि उनका पशु ज्यादा अच्छा प्रोडक्शन करे. एनिमल एक्सपर्ट कहते हैं कि अगर बकरी पालन से जुड़े तमाम साइंटिफिक तरीकों को अपनाया जाए तो बकरी पालन और ज्यादा मुनाफा दे सकता है. इसके लिए जरूरी है कि बकरी पालन की ट्रेनिंग भी ली जाए. इस आर्टिकल में कुछ जरूरी टिप्स एक्सपर्ट द्वारा बताई गई है जिस, हम आपके साथ साझा कर रहे हैं.
बकरी प्रबंधन के लिए इन बातों का ख्याल रखें
- हमेशा ही इस बात का ख्याल रखें कि नियमित रूप से आवास की सफाई करनी चाहिये तथा गन्दगी को बाड़ों से काफी दूर बने गड्ढों में दबा देना चाहिये.
- बकरी पालकों को चाहिए कि बाड़ों के अन्दर व बाहर नियमित रूप से हफ्ते में एक या दो बार बिना बुझे चूने का छिड़काव करें.
- हर माह बाड़ों के अन्दर फर्श पर सूखा घासफूस डालकर जला देना चाहिये. इससे बाड़ों के भीतर तथा बाहर पूरी तरह विसंक्रमण (Decontamination) हो जाता है तथा परजीवियों की सभी अवस्थाएं खत्म हो जाती है.
- हर चार माह के गैप पर बाड़ों की जमीन की मिट्टी कम से कम 6 इंच तक खोद कर निकाल दें व नई साफ मिट्टी भर देने से संक्रमण की सम्भावना कम हो जाती है.
- बीमार जानवरों को अलग रखकर उनका उचित उपचार एवं देखभाल करनी चाहिये.
- खरीदे गये पशुओं को पहले से पल रहे झुंड में नहीं मिलाना चाहिये तथा उन्हें 21 दिनों तक अलग रखना चाहिये.
बकरियों को कब और कैसे बेचें
- बकरियों का मूल्य निर्धारण वजन के हिसाब से करें.
- छोटे एवं मध्यम नस्ल की बकरी बेचने का उत्तम समय 6-9 महीना एवं बड़े नस्ल का 7-12 महीना है.
- बकरी पालक उपर्युक्त वैज्ञानिक विधियों को अपनाकर अधिक से अधिक लाभ ले सकते हैं.
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