नई दिल्ली. पशुपालन को बढ़ावा देने और दूध उत्पादन को बढ़ाने के मकसद से उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से प्रदेश में पशुओं के स्वास्थ्य को लेकर गंभीरता नजर आ रही है. पशुओं को सही समय पर हर छोटी बड़ी बीमारी का इलाज मिल सके, इसके लिए पिछले 10 वर्षों में कई जिलों में पॉलीक्लीनिक का निर्माण राज्य सरकार द्वारा किया किया गया है. बता दें कि पॉलीक्लीनिक के कई फायदे हैं. इससे गंभीर बीमारियों का इलाज नई तकनीक के उपयोग से किया जा सकता है. जिसका फायदा पशुपालकों को सीधे तौर पर मिलता है.
पॉलीक्लीनिक के माध्यम से पशुओं की गंभीर और जटिल बीमारियों का इलाज आसानी से किया जा सकता है. यहां अल्ट्रासाउंड, एंडोस्कोपी और अन्य नई मेडिकल तकनीक का उपयोग किया जा रहा है. पॉलीक्लीनिक के बनाने से पशुपालकों अपने बीमार पशु को लेकर भटकने जरूरत नहीं होती है. एक छत के नीचे उन्हें इलाज मिलता है. बता दें कि बहुत सी पॉलीक्लीनिक 24 घंटे सेवाएं देती हैं. जिससे आपातकालीन स्थिति में पशुओं को तुरंत इलाज मिलता है. वहीं यहां पर नस्ल सुधार में भी मदद की जाती है. जैसे कि संकरण तकनीक का इस्तेमाल करके अच्छी नस्ल के पशु पैदा कराए जाते हैं.
इन जिलों में चल रही है पॉलीक्लीनिक
वर्तमान में विषय विशेषज्ञों द्वारा विशेष पशुचिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने के लिए पांच पशुचिकित्सा पॉलीक्लीनिक क्रमश गोरखपुर, मुजफ्फरनगर, लखनऊ, बड़ौत बागपत तथा सैफई-इटावा में चल रही है. जिनके माध्यम से रेडियोलाजिस्ट, सर्जन एवं गायनाकोलाजिस्ट द्वारा विशेष रोग निदान सेवाएं (विषय विशेषज्ञों द्वारा) आधुनिक उपकरणों के माध्यम से उपलब्ध कराई जा रही है. वर्ष 2014-15 में बस्ती में स्वीकृत नवीन पशु चिकित्सा पॉलीक्लीनिक, बस्ती की स्थापना अन्तर्गत निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है. साथ ही वित्तीय वर्ष 2016-17 में प्रदेश के अन्य 15-मंडलीय जिलों के मुख्यालय पर नाबार्ड द्वारा वित-पोषित योजना ग्रामीण अवस्थापना विकास निधि (आर.आई.डी.एफ.) अन्तर्गत एक-एक नवीन पशु चिकित्सा पॉलीक्लीनिक की स्थापना कराये जाने की कार्य योजना अप्रूव है.
इन जगहों पर काम हुआ पूरा
राज्य में आगरा, अलीगढ़, मुरादाबाद, चित्रकूट धाम-बांदा, अयोध्या, आजमगढ़, वाराणसी, झांसी का वित्तीय वर्ष 2016-17 में वित्तीय स्वीकृति पालीक्लीनिकों का निर्माण काम पूरा कर लिया गया है. वित्तीय वर्ष 2017-18 में प्रयागराज, भदोही- मिर्जापुर, कानपुर, देवीपाटन-गोंडा, सहारनपुर, गौतमबुद्धनगर- मेरठ, बरेली) पॉलीक्लीनिकों का निर्माण कार्य चल रहा है. वित्तीय वर्ष 2018-19 में ग्रामसभा-मदावली, विकासखण्ड व तहसील-टूण्डला, जनपद-फिरोजाबाद में नवीन पशु चिकित्सा पालीक्लीनिक की स्थापना कराये जाने की प्रशासनिक स्वीकृति दी गई है. जिसका निर्माण कार्य प्रगति पर है.
इन जिलों में भी पशुओं का होगा बेहतर इलाज
वित्तीय वर्ष 2021-22 में जनपद-मथुरा में एक नवीन पशुचिकित्सा पालीक्लीनिक की स्थापना कराये जाने की प्रशासनिक स्वीकृति शासन द्वारा निर्गत की गई है. जिसका निर्माण कार्य प्रगति पर है. वित्तीय वर्ष 2023-24 में जनपद बरेली (आंवला) में पशुचिकित्सा पालीक्लीनिक की स्थापना किये जाने की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति प्राप्त हो गयी है. साथ ही वर्ष 2024-25 में जनपद मेरठ, शाहजहांपुर में एक-एक नवीन पशु चिकित्सा पाली क्लीनिक की स्थापना का प्रस्ताव है.
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