नई दिल्ली.पशुपालन को बढ़ावा देने और रोजगार के अवसर खोलने के लिए भारत सरकार ने केन्द्रीय मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के माध्यम से नेशनल लाइव स्टॉक मिशन (National Livestock Mission) योजना की शुरुआत की है. इस योजना को 10 साल हो चुके हैं. NLM के तहत लाइव स्टॉक से जुड़े तीन अलग-अलग सेक्टर में सब्सिडी दी जाती है. वहीं व्यक्ति् विशेष समेत 6 तरह के लोगों को इस योजना का फायदा दिया जाता है. योजना के लिए आनलाइन आवेदन करने की सुविधा दी गई है. अगर आप भी इस योजना का फायदा उठाना चाहते हैं तो आवेदन के वक्त लगने वाले 16 तरह के दस्तावेज तैयार कर आवेदन कर सकते हैं. केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसन्धान संस्थान अविकानगर, राजस्थान के मुताबिक NLM का फायदा हर तरह के पशुपालन और पोल्ट्री फार्मिंग के लिए उठाया जा सकता है. इसके लिए संस्थान पशुपालकों को जागरुक करने का काम भी कर रहा है.
NLM योजना से जुड़े अधिकारियों की मानें तो इस योजना की मदद से रोजगार के मौके पैदा किए जा रहे हैं, प्रति पशु उत्पादकता में बढ़ोतरी, मीट उत्पादन, बकरी का दूध, अंडे और ऊन के उत्पादन को बढ़ाना है. ऐसा होने के बाद उत्पादन से घरेलू मांगों को पूरा करने के बाद निर्यात में भी सहायता मिलेगी. NLM योजना पशुपालन को संगठित करने में भी मददगार साबित हो रही है. इस योजना के तहत भारत सरकार का केन्द्रीय मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय 50 फीसद की सब्सिडी देता है. 50 फीसद लागत आवेदक को खुद लगानी होती है. एनिमल एक्सपर्ट का कहना है कि बकरी का दूध दवाई के तौर पर इस्तेमाल हो रहा है. गाय के दूध से बने घी की खासी डिमांड है. कोरोना के बाद से अंडे-चिकन और मीट की डिमांड बढ़ चुकी है. डेयरी प्रोडक्ट की डिमांड के चलते ही दूध उत्पादन में देश विश्व में नंबर वन बन चुका है. इसीलिए इन सेक्टरों में कारोबार और रोजगार के मौके तलाशे जा रहे हैं.
ये काम करना चाहते हैं तो मिलेगा NLM का फायदा
पशुपालन और पोल्ट्री में नस्ल सुधार जैसे भेड़-बकरी, मुर्गा-मुर्गी की नस्ल सुधार पर काम करने के लिए केन्द्र सरकार परियोजना की कुल लागत पर 50 फीसद सब्सिडी देती है. पशुपालन में आज चारा उत्पादन एक बड़ी परेशानी बन चुकी है. इसी परेशानी से निपटने के लिए केन्द्र सरकार चारा बीज में सुधार करना समेत चारा ब्लॉक बनाने, हे, बेलिंग और साइलेज बनाने वाली यूनिटों को प्रोत्साहित करने के लिए 50 फीसद सब्सिाडी दी जा रही है. लाइव स्टॉक की नस्ल सुधार और चारा समेत चारा बीज को बढ़ावा देने के लिए उस पर होने वाली रिसर्च पर काम करने वाले संस्थानों, यूनिवर्सिटी, संगठनों को प्रोत्साहित करना, पशुधन बीमा और नवाचार को प्रोत्साहित करना भी इस योजना में शामिल है.
NLM योजना का ये लोग ले सकते हैं फायदा
किसान उत्पादक संगठन (FPO)
स्वयं सहायता समूह (SHG)
किसान सहकारी संगठन (FCO)
संयुक्त देयता समूह (JLG)
व्यक्तिगत व्यक्ति
सेक्शन 8 कंपनी
यहां करें आवेदन
कोई भी निम्नलिखित इच्छुक आवेदक एनएलएम पोर्टल www.nlm.udyamimitra.in के माध्यम से आवेदन कर सकता है.
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