नई दिल्ली. अगर किसी पशुपालक को यह बताया जाए की किसी तारीके को आजमाने से वह पशु से हासिल होने वाले दूध में 10 परसेंट तक का इजाफा कर सकता हैं तो पशुपालक जरूर इसे आजमाना चाहेंगे. क्योंकि जो भी पशुपालक पशु को पलते हैं, उनके कारोबार का मुनाफा दूध उत्पादन पर ही टिका होता है. यदि दूध यदि पशु दूध ज्यादा देता है तो पशुपालक को ज्यादा फायदा होता है और अगर उत्पादन कम हो जाता है तो इसका नुकसान भी उठाना पड़ता है.
क्योंकि पशुओं को चारा आदि खिलाने का खर्च तो होता ही है. अगर आप भी अपने पशुओं से अधिक दूध लेना चाहते हैं तो 10 लीटर दूध देने वाली गाय को दो बार और 10 लीटर से अधिक दूध देने वाली गाय को 24 घंटे में तीन बार दुहना चाहिए. ऐसी गायों का दूध दिन में तीन बार निकालने की वजह से दूध की मात्रा 10 परसेंट तक बढ़ जाती है. इससे पशुपालक को अधिक उत्पादन भी मिलता है.
इस तरह दुहें दूध
गाय का दूध दुहने में सावधानी और जल्दबाजी न करने से दूध में बढ़ोतरी होती है. इसके अलावा दूध दुहने के लिए अनुभवी ग्वालों से ही दूध दुहवाना चाहिए. साथ ही गाय के थनों से सारा दूध निकाल लेना चाहिए. अगर बच्चे को दूध पिलाना है तो सारा दूध निकालना चाहिए.
गाय दुहने के लिए चारों उंगलियां और हथेलियां के बीच धन को दबाकर दूध दुहना चाहिए.
हाथ सूखा होना चाहिए
इस विधि का प्रयोग करके पशु बछड़े को दूध पिलाने के समय समान्य ही सुख अनुभव करती है. ऐसे में आप पूरा दूध निकाल सकते हैं. इस विधि में दोनों हाथों से दूध निकाला जाता है. इस प्रयोग को अपने से दूध उत्पादन में बढ़ोतरी होती है. साथ ही यह ध्यान दें कि दुहते समय आपका हाथ सूखा होना चाहिए. कई बार देखा जाता है कि ज्यादा दूध उत्पादन के लिए कई किसान गलत तरीके अपनाते हैं. दूध उत्पादान बढ़ाने के लिए पाउडर और इंजेक्शन नहीं देना चाहिए.
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