Home मीट Meat: मांस-मछली खाना चाहिए या नहीं, यहां जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट
मीट

Meat: मांस-मछली खाना चाहिए या नहीं, यहां जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट

meat and fish which is better
प्रतीकात्मक तस्वीर.

नई दिल्ली. मांस मछली खाने को लेकर लोग अलग-अलग राय रखते हैं. कुछ लोग इसे खाना बेहतर बताते हैं तो कुछ लोग इसको खाना पसंद नहीं करते, इस वजह से इसका नुकसान भी गिनते रहते हैं. हालांकि इसके फायदे और नुकसान दोनों हैं. अगर आपके भी मन में मांस-मछली खाने को लेकर इसी तरह का सवाल है तो आपके लिए ये जानना जरूरी है कि मांस-मछली खाना चाहिए या नहीं, तो आइए जानें एक्सपर्ट क्या कहते हैं.

क्यों खाना चाहिए जानें यहां
एक्सपर्ट की मानें तो मांस और मछली स्वस्थ जीवन के लिए महत्वपूर्ण प्रोटीन स्रोत हो सकते हैं. इसे आपको आहार के साथ संतुलित रूप से खाना चाहिए. क्योंकि ये खान-पान की आवश्यकताओं कि यह पूर्ति करता है. मांस-मछली में अच्छी मात्रा में प्रोटीन, विटामिन, मिनरल्स और ओमेगा 3 फैटी एसिड्स होते हैं, जो आपके शारीरिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि शिशुकाल से लेकर वृद्धावस्था तक ये उपयोगी होता है. प्रोटीन शरीर के मांसपेशियों, खून, त्वचा और अन्य संरचनाओं के निर्माण में मदद करता है. जबकि विटामिन और मिनरल्स विभिन्न शारीरिक प्रक्रियाओं की के लिए आवश्यक होता है.

ज्यादा मात्रा में खाने से करें पहरेज
ओमेगा 3 फैटी एसिड्स जो मछली में पाए जाते हैं. मानव स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद बताया गया है. विशेषकर हृदय स्वास्थ्य को सुधारने के लिए मदद कर सकते हैं और आधिकारिक तौर पर हृदय रोग के रिस्क को कम कर सकते हैं. हालांकि महत्वपूर्ण बात यह भी है कि मांस-मछली को संतुलित रूप से और सावधानी से खाना चाहिए. अधिक मात्रा में मांस खाने से कई स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं. जैसे कि दिल की बीमारियां, ऊर्जा की कमी और मूत्राशय में दिक्कतें. इसलिए मांस और मछली को सेवन करते वक्त सावधानी से खाना चाहिए और साथ में फल, सब्जियां, अनाज, पौष्टिक आहार को भी शामिल करना चाहिए.

Written by
Livestock Animal News

लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज (livestockanimalnews.com) एक डिजिटल न्यूज प्लेटफार्म है. नवंबर 2023 से ये लगातार काम कर रहा है. इस प्लेटफार्म पर एनिमल हसबेंडरी () यानि मुर्गी पालन, डेयरी (), गाय-भैंस, भेड़-बकरी, घोड़ा, गधा, मछली और पशुपालन, चारा, पशु चिकित्सा शि‍क्षा से जुड़ी खबरें पढ़ने को मिलती हैं. ऐग और चिकन के रोजाना बाजार भाव भी इस प्लेटफार्म पर प्रकाशि‍त किए जाते हैं. नेशनल मीडिया जैसे न्यूज18 हिंदी, हिन्दुस्तान, अमर उजाला, दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर में काम कर चुके पत्रकार (रिर्पोटर) की टीम लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज के लिए खबरें और स्टोरी लिखती है. केन्द्र सरकार के Poultry, Cow, Buffalo, Goat, Sheep, Camel, Horse (Equine), Fisheries, Donkey, Feed-Fodder and Dairy रिसर्च इंस्टीट्यूट के साइंटिस्ट से बात कर उनकी रिसर्च पर आधारित न्यूज-स्टोरी लिखी जाती हैं. इसके साथ ही लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज प्लेटफार्म पर एनिमल साइंस और वेटरनरी कॉलेज-यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और एक्सपर्ट से बात करके खबरें लिखी जाती हैं और उनके लिखे आर्टिकल भी पब्लिूश किए जाते हैं. ये सभी स्टोरी और स्टोरी से जुड़े वीडियो सोशल मीडिया फेसबुक, यूट्यूब (YouTube), इंस्टाग्राम, एक्स (ट्विटर) और लिंक्डइन पर शेयर किए जाते हैं. पशुपालकों की सक्सेट स्टोरी लिखी जाती हैं. उसी सक्सेस स्टोरी के वीडियो बनाकर उन्हें लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज के यूट्यूब चैनल पर पब्लिैश किया जाता है. अंग्रेजी में भी न्यूज और आर्टिकल पब्लिाश किए जाते हैं. लाइव स्टॉक एनिमल न्यूज पशुपालन, मछली पालन, मुर्गी पालन और डेयरी से जुड़े विषयों पर होने वाली सेमिनार, वर्कशॉप और एक्सपो को भी कवर करता है. साथ ही एनिमल हसबेंडरी मंत्रालय से जुड़ी खबरें भी कवर करता है. बाजार में आने वाले नए प्रोडक्ट की जानकारी भी इस प्लेटफार्म पर दी जाती है.

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

livestock animal news
मीट

Goat Farming: मीट के लिए करना चाहते हैं बकरी पालन तो जानें बिजनेस से जुड़ी अहम बातें यहां

जिस जानवर का वजन जितना ज्यादा होता है उसका दाम उतना ही...

अपने आकार के अनुसार एक मुर्गी 10-15 चूजे पाल सकती है.
पोल्ट्रीमीट

Meat: चिकन रिटेल बाजार के सामने क्या हैं चुनौतियां, पढ़ें यहां

बाजार में सालाना 8-10 फीसद की वृद्धि होने का अनुमान है, जो...