नई दिल्ली. दूध उपादन के मामले में भारत ने हमेशा प्रगति की है. इसी का नतीजा है आज देश के कुल दूध उत्पादन 230.58 मिलियन टन के साथ दुनिया में पहले नंबर पर है. लगातार देश में दूध उत्पादन बढ़ रहा है. इसमें गाय-भैंस की सबसे बड़ी भूमिका है. सरकार भी गाय-भैंस पालने पर जोर दे रही है. यही वजह है कि सरकार लगातार गोशाला खोल रही है. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अब अच्छी नस्ल की गाय पालने पर जोर दे रही है. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्विट्जरलैंड की तर्ज पर आधुनिक गोशाला को बनाया जाएगा. इसमें कीमती दुधारू गायों को रखने की योजना सरकार बना रही है.
वैसे तो उत्तर प्रदेश में सैकड़ों गोशाला का निर्माण सरकार करा चुकी है लेकिन अब सीएम योगी आदित्यनाथ एक ऐसी गोशाला बनवाने जा रहे हैं जो यूपी की पहली आधुनिक गोशाला होगी, इसके लिए सरकार ने प्लान बना लिया है. योगी सरकार स्विट्जरलैंड की तर्ज पर लखनऊ में आधुनिक गोशाला बनाएगी, जिसमें कीमती दुधारू गायों को रखा जाएगा.
निर्माण में आएगी 32.63 करोड़ रुपये की लागत
इस बारे में लखनऊ नगर निगम के नगर आयुक्त डॉक्टर इंद्रजीत सिंह ने बताया उत्तर प्रदेश सरकार की गौ पर्यटन नीति के तहत 10 हेक्टेयर जमीन पर इस आधुनिक गोशाला का निर्माण कराया जाएगा. गोशाला का नाम मनोरथा गोशाला रखा जाएगा. गोशाला को बनाने में करीब 32.63 करोड़ रुपये की लागत आएगी. गोशाला के निर्माण के प्रस्ताव पर नगर निगम की कार्यकारिणी की बैठक में मुहर लग गई है.
भूमि कर ली गई है चिन्हित
नगर आयुक्त डॉ इंद्रजीत सिंह ने बताया कि अयोध्या रोड के उत्तरधौना गांव में नई गोशाला के निर्माण की योजना है. इसके लिए जमीन चिन्हित कर ली गई है. इतना ही नहीं शासन को प्रस्ताव बनाकर भी भेज दिया गया है. जैसे ही इस प्रस्ताव पर स्वीकृति मिलेगी, निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा.
10 हेक्टेयर में बनेगी गोशाला
नगर आयुक्त डॉक्टर इंद्रजीत सिंह ने बताया कि ये गोशाला यूपी सरकार की गौ पर्यटन नीति के तहत बनाई जा रही है. इसका निर्माण 10 हेक्टेयर जमीन पर होगा. इस आधुनिक गोशाला का नाम मनोरथा गोशाला रखा जाएगा. इसे बनाने में जो भी खर्चा आएगा, उसका वहन प्रदेश सरकार करेगी.
गायों को बांधा नहीं जाएगा, खुली रहेंगी
नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने आगे बताया कि इस गोशाला के बनने के बाद इसमें लगभग दो हजार गायों को रखा जा सकेगा. सबसे बड़ी और खास बात ये है कि इस गोशाला में किसी भी गाय को खूंटे पर बांधा नहीं जाएगा. वे अपने प्राकृतिक प्रवास में ही रहेंगी. गोशाला का अधिकतम क्षेत्र खुला होगा, जिसमें गाय विचरण करने के साथ ही चर भी सकें.
सिर्फ दुधारू गाय ही पाली जाएंगी
नगर आयुक्त बताते हैं कि इस आधुनिक गोशाला में केवल दुधारू गायों को ही पाला जाएगा. नगर निगम ने जिस भूमि को चिन्हित किया गया है वहां पर जो भी पेड़ पौधे हैं, उसी तरह रहेंगे, उन्हें काटा नहीं जाएगा. बीच में बोरिंग कर पानी की व्यवस्था की जाएगी.
पर्यटन स्थल के रूप में तैयार होगी
नगर आयुक्त ने कहा कि इस गोशाला में गायों की देखभाल का इंतजाम होगा. डॉक्टरों की पूरी टीम होगी, जो इन गायों की बेहतर देखभाल करेगी. इलाज की पूरी व्यवस्था नगर निगम की ओर से की जाएगी. इस गोशाला में गाय संग्रहालय, गोदान स्थल, और अन्नपूर्णा भोजनालय भी होगा. इस गोशाला को टूरिस्ट सेंटर के रूप में विकसित किया जाएगा, जिससे पर्यटकों को भी इस स्थान को दिखाने लाया जा सके. दुग्ध उत्पादन के साथ इन पर्यटकों से अतिरिक्त आय भी हो सके.
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