नई दिल्ली. पशुपालन को लेकर ग्रामीण इलाकों में जागरुकता बढ़ रही है. किसान खेती किसानी के अलावा बड़े पैमाने पर पशुपालन में भी हाथ आजमा रहे हैं. पशुपालन करके किसान अपनी आय को दोगुनी कर रहे हैं. सरकार भी चाहती है कि किसान पशुपालन के जरिए और ज्यादा मजबूत हो जाएं. जिस वजह से पशुपालन के लिए किसानों को लोन और सब्सिडी आदि दिए जाती है. पशुपालन वैसे तो बहुत ही फायदे का सौदा है लेकिन एक बार अगर पशुओं की बीमारी लग जाए तो फिर मुश्किल हो जाती है.
पशुओं को अगर बीमारी लग जाए और उनका सही वक्त इलाज न किया जाए तो एक झटके में ही पशुपालक को लाखों रुपये का नुकसान हो जाता है. मसलन, एक दुधारू भैंस अगर पशुपालक पालता है और उसे कोई बीमारी लग जाए तो इस बीमारी के चलते पशु की मौत हो सकती है. एक से दो लाख रुपये का नुकसान पशुपालक को एक झटके में हो जाता है. इसलिए जरूरी है कि पशुओं को बीमारी से बचाया जाए और बीमारी से बचने के लिए पशुओं को टीकाकरण करना जरूरी होता है. किस पशु को किस बीमारी के लिए कब वैक्सीन लगाई जाती है आइए आपको बताते हैं.
खुरपका-मुंहपका और गलाघोंटू
एफएमडी यानि खुरपका मुंहपका बीमारी के तहत गाय भैंस बकरी भेड़ और सूअर को टीका लगता है. 2 से 3 माह की बकरी 5 से 6 माह की गाय भैंस को टीका लगाया जाता है. बूस्टर डोज 6 महीने के बाद फिर हर 6 महीने के अंतराल पर फरवरी मार्च और सितंबर अक्टूबर में टीका लगवाना चाहिए. इसी तरह से गलाघोंटू बीमारी के लिए गाय भैंस बकरी भेड़ और सूअर को टीका लगता है. पहला टीका 6 महीने पर लगता है. उसके बाद 6 महीने के बाद और हर साल बरसात से पहले टीका लगवाना चाहिए.
ब्रसोलोसिस के कब लगता है टीका
एंथ्रेक्स जहरी बुखार के लिए गाय और भैंस को टीका लगता है. 6 माह से 1 वर्ष के बीच वैक्सील लगाई जाती है. उसके बाद हर साल टीका लगाना चाहिए. ब्रुसोलोसिस बीमारी में गाय भैंस बकरी और भेड़ प्रभावित होती है. 3 महीने की बकरी और भेड़ को वैक्सीन लगानी चाहिए. 6 माह की गाय और भैंस को भी वैक्सीन लगाई जा सकती है. गर्भकाल की तीन माह पर यदि ब्रुसोलोसिस से पीड़ित है तो वैक्सीन लगवा सकते हैं.
लगड़ी बुखर और बकरी प्लेक की वैक्सीन
ब्लैक क्वार्टर लंगडी बुखार गाय और भैंस को होता है. 1 वर्ष की उम्र पर टीका लगवाना चाहिए और हर साल बरसात से पहले इसकी वैक्सीन लगता देनी चाहिए. बकरी प्लेग बकरी और भेड़ को ये बीमारी होती है. 2 से 4 महीने पर उसके बाद चौथे वर्ष टीका लगाया जाता है. पोस्ट चेचक बकरी और भेड़ को बीमारी होती है. पहला टीका 1 वर्ष पर और उसके बाद हर साल जनवरी और फरवरी में टीका लगवाया जाता है.
Leave a comment