नई दिल्ली. गर्मी सिर्फ इंसानों और पशुओं के लिए ही खतरनाक नहीं होती है. बल्कि यह मुर्गियों के लिए भी बेहद ही खतरनाक है. मुर्गी पालन करने वाले फार्मर इस बात को जानते ही होंगे कि गर्मी में मुर्गियों की मौत होने लगती है. अगर सही मैनेजमेंट न किया जाए तो मुर्गी पालन के काम में बड़े पैमाने पर नुकसान होता है. क्योंकि गर्मी के दिनों में मुर्गियों में 100 फीसदी तक मृत्यु दर दिखाई देती है. हालांकि एक्सपर्ट की मानें तो इस मृत्यु दर को रोका जा सकता है. बस इसके लिए कुछ चीजों को करना जरूरी है.
अगर आप भी चाहते हैं कि गर्मियों की वजह से आपके फॉर्म के अंदर मौजूद मुर्गियों में मृत्यु दर न दिखाई दे और मुर्गियां हैल्दी रहें साथ ही बेहतर उत्पादन करें तो यहां बताए जा रहे तरीके को जरूर अपनाएं. जिससे आपको फायदा मिलेगा तो लिए इस बारे में जानते हैं.
इस तरह तैयार करें दही-चीनी का पानी
पोल्ट्री एक्सपर्ट का कहना है कि दोपहर के समय मुर्गियों को जब पानी पिलाएं तो उस पानी में दही और चीनी का मिश्रण जरूर मिलाएं. इसको पिलाने से मुर्गियों को हीट स्ट्रोक से बचाया जा सकता है. आपको बता दें कि इसको तैयार करने के लिए 1 लीटर पानी की जरूरत पड़ेगी. 1 लीटर पानी के अंदर दो चम्मच दही मिला दें. वहीं एक चम्मच चीनी को भी ऐड कर दें. इन दोनों चीजों को पानी में मिलाकर अच्छे से घोल दें. ताकि दही और चीनी अच्छी तरह से घुल जाए. वहीं यह पानी मुर्गियों को पीने के लिए दे दें. आप 2 घंटे के अंदर यानी सुबह एक बजे से लेकर तीन बजे तक जितना पानी मुर्गियों को पिलाते हैं. उसी हिसाब से इस मिश्रण को तैयार कर लें.
दोपहर के वक्त न खिलाएं दाना
इस पानी को दोपहर में 3:00 तक पिलाना है और उसके बाद पानी को बदल देना है. उसके बाद पानी में इलेक्ट्रॉल पाउडर को मिला देना है. इससे मुर्गियों को स्ट्रोक का खतरा नहीं होगा और उनमें मृत्यु दर नहीं दिखाई देगी. आपको यहां यह भी बता दें कि मुर्गियों को सुबह 11 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक दाना न खिलाएं. क्योंकि इस दौरान दाना खिलाएंगे तो उसे मुर्गियों को पचाने के लिए ज्यादा एनर्जी लगाने की जरूरत पड़ेगी. जबकि मुर्गियों में पहले ही गर्मी की वजह से एनर्जी की कमी हो जाती है. इसलिए कम से कम सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक तो दाना बिल्कुल भी न दें और हो सके तो 5 बजे तक न दें. उसके बाद दाना खिलाएं. इस दरमियान सिर्फ और सिर्फ मुर्गियों को पानी पिलाएं.
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