नई दिल्ली. कम लागत में ज्यादा मुनाफे के लिहाज से पोल्ट्री फार्मिंग बहुत ही बेहतरीन बिजनेस है. यही वजह है कि बहुत से लोग पोल्ट्री फार्मिंग से जुड़ रहे हैं. ग्रामीण इलाकों के लिए तो ये एक बेहतरीन व्यवसाय है. हालांकि इसको करने के लिए पूरी जानकारी करना भी जरूरी है. क्योंकि हो सकता है कि जानकारी के अभाव में नुकसान उठाना पड़ जाए. अगर आप भी पोल्ट्री फार्मिंग से जुड़े हैं या फिर इसमें हाथ आजमाना चाहते हैं तो आपके पास इसको सीखने का एक बेहतरीन मौका है. दरअसल, 28 सितंबर को अजमेर में एक सेमिनार इसी मकसद के तहत होने जा रहा है.
इंडियन पोल्ट्री इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (IPEMA) की ओर से 28 सितंबर को अजमेर के आरटीओ कार्यालय के सामने होटल पारादिजो में इस सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है. IPEMA के प्रेसिडेंट उदय सिंह व्यास ने बताया कि ठंड का मौसम शुरू होने वाला है. ऐसे में पोल्ट्री फार्मिंग में कई खास बातों का ख्याल रखना जरूरी होता है. इस दौरान पोल्ट्री फार्मिंग में मुर्गियों को बीमारी का खतरा रहता है. इसके अलावा भी ठंड की वजह से दिक्कतें होती हैं. उन्हें ठंड में कैसे बचाया जाए, इन सब विषयों पर सेमिनार में तमाम जानकारी से पोल्ट्री फार्मर्स को रूबरू कराया जाएगा.
प्रोडक्शन बढ़ाने की मिलेगी जानकारी
उदय सिंह ने बताया कि पोल्ट्री फार्मर्स को 28 सितंबर शनिवार को आयोजित होने वाले सेमिनार से बहुत कुछ सीखने को मिलेगा. ये सेमिनार सुबह 10 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक होगा. जिसमें पोल्ट्री एक्सपर्ट अपनी बेहतरीन सलाह देंगे. इसमें मुर्गियों की ग्रोथ कैसे बढ़ाई जाए से लेकर अंडों प्रोडक्शन समेत इस सेक्टर से जुड़कर कैसे फायदा उठाएं समेत तमाम विषयों पर लोगों को जानकारी दी जाएगी. उदय सिंह ने बताया कि पोल्ट्री फार्मर्स इस सेमिनार का हिस्सा बनकर बहुत कुछ सीख सकते हैं, उन्होंने तमाम लोगों से आने की अपील भी की है.
टेक्नोलॉजी के बारे में भी सीख पाएंगे आप
आपको बताते चलें कि ये सेमिनार पोल्ट्री इंडिया 2024 के 16वें संस्करण का एक हिस्सा है, जो पोल्ट्री उद्योग में नई-नई जानकारी को आगे बढ़ाने पर केंद्रित है. यह ज्ञान और अभ्यास के बीच एक पुल के रूप में कार्य करता है, जो पोल्ट्री टेक्नोलॉजी से फार्मर्स को जोड़ता है. IPEMA के अध्यक्ष उदय सिंह ने कहा कि अगर कोई भी किसान भाई पोल्ट्री फार्मिंग कर रहा है या फिर करना चाहता है तो ये सेमिनार उसके लिए बहुत ही फायदेमंद साबित होगा. उन्होंने आगे बताया कि इस सेमिनार को आल राजस्थान कुक्कुट किसान सोसायटी का भी समर्थन हासिल है.
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