नई दिल्ली. एक बार फिर से बर्ड फ्लू देश में दस्तक दे दी है. इसकी शुरूआत झारखंड की राजधानी में हो गई है. होटवार के क्षेत्रीय कुक्कुट क्षेत्र में मुर्गियों की मौत की सूचना के बाद हड़कंप मच गया. सूचना के बाद आईसीएआर-राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान, भोपाल भेजे गए सैंपल में एच-5 एन-1 एवियन इन्फ्लूएंजा की पुष्टि हो चुकी है. नेशनल इंस्टीट्यूट आफ आई सिक्योरिटी एनिमल डिजीज डायग्नोस्टिक लैब से बर्ड फ्लू की पुष्टि होते ही विभाग के अधिकारी हरकत में आए गए हैं.
रांची में एक सरकारी पोल्ट्री फार्म में बर्ड फ्लू के कई मामले सामने आने के बाद झारखंड सरकार ने अलर्ट जारी कर दिया है.अधिकारियों ने कहा कि राज्य की राजधानी में होटवार में क्षेत्रीय पोल्ट्री फार्म में मामलों की पुष्टि होने के बाद मुर्गियों सहित लगभग 4000 पक्षियों को मार दिया गया और सैकड़ों अंडे भी नष्ट कर दिए गए.
नियंत्रण कक्ष बनाया
राज्य के पशुपालन संयुक्त निदेशक (कुक्कुट) डाक्टर रजनी पुष्पा सिंकू ने पशु स्वास्थ्य एवं उत्पादन संस्थान संयुक्त को पत्र भेजकर बीमारी की रोकथाम और सतर्कता के उपाय करने के लिए कहा है. सरकार के दिशा निर्देश के अनुसार नियंत्रण कक्ष बनाने, डेली रिपोर्ट तैयार करने, होटवार जहां बर्ड फ्लू का आउट ब्रेक हुआ है. वहां की रिपोर्ट बनाने के साथ प्रशासनिक सहयोग से बर्ड फ्लू फैलने से रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने को कहा गया है.सुबह 06 बजे से दोपहर 02 बजे की पाली में डॉ मृत्युंजय कुमार और डॉ नीरज कुमार गुप्ता और अपराह्न 02 बजे से रात्रि 10 बजे तक डॉ दयानंद तुरी और डॉ राजेश कुमार तिवारी कंट्रोल रूम संभालेंगे.साथ ही व्हाट्सएप नंबर 9431563821 पर राज्य के सभी जिलों को हर दिन रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया गया है.
पशु स्वास्थ्य विभाग ने शुरू कर दिए उपाय
पशु स्वास्थ्य एवं उत्पादन संस्थान कांके के निदेशक डॉक्टर सनत कुमार पंडित ने बताया कि डीएएचओ रांची के नेतृत्व में बर्ड फ्लू के फैलाव को रोकने पर कार्य किया जा रहा है. संस्थान में नियंक्षण कक्ष बनाकर इस बीमारी पर नजर रखी जा रही है. ये अच्छी बात है कि अभी तक दूसरे जिलों से मुर्गियों की संदेहास्पद स्थिति में मरने की कोई सूचना नहीं मिली है.
सैकड़ों मुर्गी और बत्तख की हो चुकी है मौत
होटवार के क्षेत्रीय कुक्कुट क्षेत्र में मुर्गियों की मौत की सूचना के बाद हड़कंप मच गया. सूचना के बाद आईसीएआर-राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान, भोपाल भेजे गए सैंपल में एच-5 एन-1 एवियन इन्फ्लूएंजा की पुष्टि हो चुकी है.इसके बाद भारत सरकार के प्लान के अनुसार बर्ड फ्लू की रोकथाम के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जार रहे हैं. मरी हुई मुर्गियां के डिस्पोजल के लिए नियमनानुसार पालन किया जा रहा है. कंटेनमेंट जोन बनाने और डिसइंफेक्शन तक के निर्देश दिए गए हैं. यहां तक डिस्ट्रक्शन ऑफ बर्ड्स ( संक्रमित क्षेत्र के मुर्गियों को मार देना) और 10 किलोमीटर के रेडियस में सर्विलांस करने को कहा गया है.
Leave a comment