नई दिल्ली. हरियाणा राज्य के हिसार स्थित नारनौंद उपमंडल के सिंघवा खास गांव में एक ऐसा आयोजन आयोजित किया गया, जिसने सभी का दिल छू लिया. न सिर्फ आम आदमी बल्कि हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री भी भावुक हो गए. दरअसल, यहां पर पशुपालकों द्वारा मुर्रा नस्ल की भैंस धन्नो रानी का 25वां बर्थडे मनाया गया और इसे नाम दिया गया जीवन यज्ञ. धन्नो की खासियत यह है कि इसने सात बार राष्ट्रीय चैंपियनशिप का खिताब जीता है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सहित कई केंद्रीय मंत्रियों द्वारा यह सम्मानित हो चुकी है.
पशुपालकों की यही चाहत है कि धन्नों इसी तरीके से बार-बार उनका गौरव बढ़ाती रहे. बता दें कि हरियाणा में मुर्रा नस्ल की भैंस को ज्यादा पाला जाता है. हिसार के जींद और भिवानी जिले को इस नस्ल की जन्मस्थली माना जाता है. धन्नो भी इसी नस्ल की भैंस है और प्रतियोगिता में बार-बार सफलता हासिल कर उसने बता दिया है कि मुर्रा बेहतरीन नस्लों में से एक है.
पूर्व उपमुख्यमंत्री ने क्या कहा
इस कार्यक्रम की खास बात यह भी रही कि इसमें हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला भी शामिल हुए.
इस दौरान उन्होंने पशुपालकों को सम्मानित किया और धन्नों रानी के मालिक ईश्वर व उनके परिवार को धन्नो की उपलब्धि पर बधाई दी.
उन्होंने कहा कि यह दिन न सिर्फ हरियाणा के लिए गौरवशाली है, बल्कि पूरे देश के लिए है.
क्योंकि इस भैंस ने राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान हासिल करके न सिर्फ पशुपालक, गांव, जिले, राज्य का बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया है.
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि शायद धन्नों हरियाणा की सबसे बुजुर्ग भैंस में से एक है. जिसकी उम्र 25 साल हो चुकी है.
देश में इस भैंस ने कई पुरस्कार जीते हैं और मान सम्मान बढ़ाया है. उन्होंने कहा कि आज कब दूर है जब लोग अपनी मां-बाप का ख्याल नहीं रखते.
इस दौर में एक परिवार में 25 साल से एक जानवर का ख्याल रखा है. यही वजह है कि उस जानवर ने परिवार का मान सम्मान बढ़ाया है.
Leave a comment