नई दिल्ली. गर्मी का आगाज हो चुका है. ऐसे में आम इंसानों के साथ जानवर भी परेशान हो गए हैं. इसलिए जानवरों की अतिरिक्त केयर की जरूरत है. इस दौर में लोग अपने जानवरों से खूब प्यार करते हैं. खासतौर पर पेट्स से. पालतू जानवरों में जैसे कुत्ते-बिल्ली की केयर को लेकर लोग परेशान रहते हैं. अगर आप भी उन्हीं में से एक हैं तो फिर गर्मी में उनकी केयर को लेकर ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है. क्योंकि हम आपको यहां एक्सपर्ट के बताए गए तरीकों के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं, जिसकी मदद से पेट्स को राहत मिलेगी.
गर्मी में पेट्स को हीट स्ट्रोक का खतरा अधिक रहता है, क्योंकि उनकी बॉडी सामान्य रूप से ठंडी नहीं हो पाती है. जब तापमान अत्यधिक बढ़ता है, तो पेट्स के शरीर का तापमान नियंत्रित करना कठिन हो जाता है, और वे हीट स्ट्रोक का शिकार हो सकते हैं. इसके चलते हीट स्ट्रोक एक गंभीर स्थिति है, जो जानलेवा भी हो सकती है. ऐसी स्थिति में पेट्स को ज्यादा देखभाल की जरूरत होती है.
क्या करें, यहां पढ़ें पेट्स मालिक
■ अगर आपको अपने पेट्स में हीट स्ट्रोक के लक्षण दिखें, तो सबसे पहले उन्हें ठंडी और हवादार जगह पर ले जाएं. पंखे के पास या एसी वाले कमरे में ले जाकर उनका शरीर ठंडा करने की कोशिश करें. इससे शरीर का तापमान कम होगा और स्थिति में सुधार हो सकता है.
■ हीट स्ट्रोक के शिकार पैट्स को ठंडे पानी से स्नान कराना एक प्रभावी तरीका हो सकता है. आप एक कपड़े को ठंडे पानी में भिगोकर उनकी त्वचा पर रगड़ सकते हैं। ध्यान रखें कि पानी अधिक ठंडा न हो, वरना यह शॉक का कारण बन सकता है. साथ ही उन्हें फ्लूड थेरेपी दी जानी चाहिए.
■ डॉग्स को हाइड्रेटेड रखना बहुत महत्त्वपूर्ण है. यदि वह होश में हैं, तो उसे ठंडा पानी पिलाएं. पानी को छोटे-छोटे घूंट में पिलाएं, ताकि वे उसे आसानी से पी सके. पानी पीने से शरीर का तापमान नियंत्रित करने में मदद मिलती है.
■ हीट स्ट्रोक से पैट के शरीर का तापमान बहुत बढ़ सकता है, इसलिए हीट स्ट्रोक के लक्षण पहचानना भी बेहद ही जरूरी है.
■ हीट स्ट्रोक का खतरा होता है तो पेट्स तेजी से सांस लेने लगते हैं. कई बार तो उन्हें सांस लेने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.
■ पेट्स को ज्यादा प्यास लगने लगती है. इसलिए पानी की कमी न होने दें. उनके अंदर सुस्ती दिखाई देती है.
■ कई बार तो पेट्स का शरीर बहुत ज्यादा गर्म हो जाता है. उनकी लार का अधिक रिसाव होने लगती है.
■ पेट्स को उल्टी या दस्त की शिकायत होती है. इतना ही नहीं बेहोशी भी आने लग जाती है.
■ तापमान नियमित रूप से मापना जरूरी है. अगर उनका तापमान 40 डिग्री से. से अधिक हो जाए, तो तुरंत डाक्टर को दिखाएं. देरी न करें.
■ पेट्स को आराम देते हुए उसे ज्यादा न हिलाएं, न ही उन्हें घबराया हुआ महसूस होने दें.
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