नई दिल्ली. वैसे तो मछली प्रोटीन का एक अच्छा सोर्स मानी जाती है, इसे खाने से शरीर में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन मिलता है. मछली में पर्याप्त मात्रा में ओमेगा 3 फैटी एसिड विटामिन डी और कई दूसरे पोषक तत्व होते हैं. हालांकि ज्यादा मछली खाना सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है. क्योंकि मछली में प्रोटीन, हाई कैलोरी और फैट से भरपूर होती है. अमेरिका की ब्राउन यूनिवर्सिटी में हुए एक रिसर्च के मुताबिक ज्यादा मछली खाना स्किन कैंसर को न्योता भी दे सकता है. पिछले साल 4 लाख 91 हजार से ज्यादा लोगों पर हुई रिसर्च में यह बात सामने आई थी.
देखा जाए तो मछली में विटामिन वगैरह की वजह से डॉक्टर भी लोगों को सलाह देते हैं कि मछली का सेवन करें. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मछली खाने से हर इंसान में मेलानोमा लेवल बढ़ता है. यह सच है कि मछली खाने से स्किन कैंसर का खतरा बढ़ सकता है. वातावरण मौसम मछली टाइप और पकने का तरीका पर भी ये बातें निर्भर करती हैं कि मछली खाने से फायदा होगा या फिर नुकसान होगा.
रोज मछली खाने से बचना चाहिए
डॉक्टरों के मुताबिक स्टीम वाली मछली खाना हेल्थ के लिए फायदेमंद हो सकता है. इसलिए जरूरी है कि मछली को स्टीम करके खाई जाए. जबकि तली हुई मछली खाने से नुकसान भी साबित हो सकता है. तेल में मछली फ्राई करने से उसके अंदर पाई जाने वाली ओमेगा 3 फैटी एसिड की मात्रा कम हो जाती है. ऐसे में आपको एक काम जरुर कर लेना चाहिए कि हर रोज मछली खाने से बचना चाहिए. डॉक्टर भी मानते हैं कि सप्ताह में एक बार में खाना चाहिए. इससे ज्यादा आपकी स्किन खतरनाक साबित हो सकती है.
गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है
मछली एक सीफूड है. इसके खाने से पहले अच्छे से चेक कर लेना चाहिए कि वह ठीक तो है कि नहीं. ज्यादा खाने से खुजली, लाल दाग, एलर्जी जैसी दिक्कत हो सकती हैं. मछली खाने से शरीर में पीसीबी प्राइमरी बिलियरी चोलंगिटिस का लेवल बढ़ जाता है. इस वजह से दिमाग पर बुरा असर पड़ता है. भूलने की बीमारी का भी खतरा बढ़ सकता है. वैसे तो मछली एक सी फूड है लेकिन इसकी तासीर बहुत गर्म होती है. अगर इसे ज्यादा मात्रा में खाया जाए तो आपकी स्किन के लिए बेहद खतरनाक हो सकती है. प्रेगनेंसी में मछली खाने से मना किया जाता है. प्रेगनेंसी के दौरान गर्भपात होने का खतरा बढ़ जाता है.
Leave a comment