Home मीट Poultry Meat: अमेरिका से आया इस पोल्ट्री मीट का पहला कंटेनर, जी-20 सम्मेलन में हुआ था समझौता
मीट

Poultry Meat: अमेरिका से आया इस पोल्ट्री मीट का पहला कंटेनर, जी-20 सम्मेलन में हुआ था समझौता

poultry farming
प्रतीकात्मक तस्वीर

नई दिल्ली. भारत और अमेरिका के बीच G20 सम्मेलन के दरमियान हुए व्यापार समझौते के तहत पोल्ट्री मीट की पहली खेप भारत पहुंच गई है. G20 सम्मेलन के दौरान दोनों देशों के बीच अच्छे व्यापार संबंधों को बढ़ावा देने के तहत टर्की के मीट इंपोर्ट को भारत में किए जानें की दोनों देशों के बीच सहमति बनी थी. इस समि​ट के दौरान भारत के अमेरिका टर्की उत्पादों पर ज्यादा टैक्स को कम करने के अमेरिका के अनुरोध पर भी सहमति जताई गई थी. जिसके एक साल बाद पहला कंटेनर भारत में पहुंच गया है. पहला कंटेनर फ्रोजन मीट के तौर पर भारत आया है, हो सकता है कि आने वाले समय में लाइव बर्ड भी यहां इंपोर्ट की जा.

बता दें कि भारत में भी पोल्ट्री बिजनेस के तहत टर्की का पालन किया जाता है लेकिन बहुत कम पैमाने पर लोग टर्की को पलते हैं. वहीं टर्की के मीट की भी बहुत ज्यादा डिमांड नहीं है लेकिन भारत में रहने वाले विदेशियों में टर्की के मीट की खासी डिमांड है. विदेशी दूतावासों में रहने वाले लोगों को भी टर्की का मीट पसंद है. जिन्हें अब आसानी से यह उपलब्ध हो सकेगा. वहीं टर्की के मीट में पाए जाने वाले प्रोटीन की वजह से देश में भी इसकी डिमांड बढ़ सकती है.

वर्जीनिया से आई पहली खेप
अमेरिकी सीनेटर और सीनेट इंडिया कॉकस के सह-अध्यक्ष ने इसे अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में बड़ी उपलब्धि बताया. कहा कि वैश्विक बाजारों में अमेरिकी उत्पादन की पहुंच का इससे विस्तार होगा और इससे टर्की उत्पादकों के लिए नए अवसर खुलेंगे. उन्होंने कहा कि पहली खेप वर्जनिया से इंडिया भेजी गई है, यह अमेरिकी-भारत व्यापार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है. उन्होंने कहा कि सितंबर 2023 में इस संबंध में समझौता हुआ था. भारत ने अमेरिका टर्की उत्पादन पर शुल्क को खत्म और कम कर दिया था. जिससे भारत में तेजी से बढ़ते प्रोटीन बाजार तक पहुंच बढ़ाने का रास्ता साफ हो गया है.

लेग पीस भी हो सकती हैं इंपोर्ट
पोल्ट्री के जानकार यह भी कह रहे हैं कि भारत और अमेरिका के बीच अमेरिका में उत्पादित पोल्ट्री लेगपीस को लेकर भी समझौता हो सकता है. क्योंकि अमेरिका में ज्यादातर लोग पीस नहीं खाते हैं. वहां पर पोल्ट्री बोनलेस मीट खाया जाता है. अमेरिका इस लेग पीस मीट को किसी ने किसी देश में खपाना चाहता है. जबकि दूसरी ओर भारत में पोल्ट्री मीट की डिमांड है. यहां लेग पीस भी खूब पसंद की जाती है. ऐसे में अमेरिका में पोल्ट्री मीट से उत्पादित लेग पीस को भारत में खपाई जा सकती है. आपको बताते चलें कि टर्की उत्तरी अमेरिका में पाए जाने वाले बड़ा पक्षी है. यह दुनिया के तमाम हिस्सो में खाया जाता है. इसमें एक खास टेस्ट होता है. वहीं इसमें प्रोटीन भी खूब होता है.

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

mutton, livestock
मीट

Meat Production: मीट उत्पादन के दौरान और बाद में सफाई है जरूरी, कीड़ों को इस तरह करें कंट्रोल

कीटाणुनाशक एक रासायनिक पदार्थ है जो 30 सेकंड के भीतर उपकरण की...

livestock
मीट

Meat Production: स्लाटर हाउस में काम करने वाले कर्मचारियों को मिलनी चाहिए ये सुविधाएं, पढ़ें यहां

नई दिल्ली. मीट संचालकों को हर समय व्यक्तिगत स्वच्छता के उच्च मानकों...

meat consumption by country
मीट

Meat: मांस पकाने की इन मशीनरी का करेंगे इस्तेमाल तो बढ़ जाएगा पकवान का टेस्ट, यहां पढ़ें डिटेल

नई दिल्ली. भारतीय व्यंजन अपने अनोखे स्वाद और हैल्दी फूड के कारण...

Poultry farming: Not only airborne infections, but also water can spread disease in chickens, Livestocknews.com
पोल्ट्रीमीट

Poultry Farming: देशी मुर्गियों को 1 से 90 दिन तक किस तरह का फीड खिलाना चाहिए, जानें यहां

31 दिनों से 60 दिनों तक आपको मुर्गियों को ग्रोवर फीड खिलाना...