नई दिल्ली. देश में खेती किसानी के साथ-साथ अब मछली पालन भी खूब हो रहा है और किसान मछली पालन से फायदा भी उठा रहे हैं. गौरतलब है कि एक-दो दिनों से ठंड में कमी जरूर आई है लेकिन अभी भी मौसम सर्द है. क्योंकि सर्द मौसम में मछली पालन करना किसी चुनौती से कम नहीं है. खास तौर पर सर्दियों के मौसम में मछली पालन में कुछ जरूरी बातों का ख्याल रखना होता है, जिससे चूक हो गई तो मछली पालक को नुकसान उठाना पड़ता है. आईए जानते हैं इसके बारे में.
तालाब में डालें ये घोल
आमतौर पर देखा गया है कि सर्दी के मौसम में मछलियां काफी सुस्त रहती हैं. इस कारण से मछलियों को ठंड के दिन में दिनों में कम मात्रा में ही भोजन देना चाहिए. सर्दियों के मौसम मछलियों को ठंड से बचने के लिए 15 किग्रा चूना, 15 किग्रा सिंगल सुपर फास्फेट, 5 किलो मिनरल मिक्चर और 50 किलो सरसों या राई की खल्ली घोलकर डाल देना चाहिए, लेकिन ध्यान रखने वाली बात यह है कि यह प्रक्रिया आपको प्रति एकड़ 10 से 15 दिनों के अंतराल पर करना है.
इन बीमारियों से बचाने के लिए ये करें
कोहरे आौर तापमान अधिक नीचे गिरने पर तालाब में मछलियों के लिए आहार, चूना, खाद, गोबर, दवा आदि देना बंद कर देना चाहिए. सर्दियों में मछलियों को उचित आहार प्रदान करें. जिसमें प्रोटीन विटामिन और खनिज हो. इसके अलावा मछलियों के लिए उचित जल सुरक्षा भी सुनिश्चित करना चाहिए. सर्दी के मौसम मछलियों को पैरासाइटिक संक्रमण और फफूंद से होने वाली संक्रमण से ही बचना चाहिए. इसके लिए आपको तालाब में 40 से 50 किलोग्राम प्रति एकड़ नमक का गोल डालना चाहिए.
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