नई दिल्ली. तालाब में कई तरह यानि प्रजातियों की मछलियों का पालन किया जाता है. जयादातर मछली पालन करने वाले मछली पालकों के मन में ये सवाल जरूर आता होगा कि कौन सी मछली पालें जिसकी ग्रोथ सबसे ज्यादा होती है. क्योंकि जिन मछलियों सबसे ज्यादा तेजी से ग्रोथ होगी उससे फायदा भी ज्यादा होगा. अगर यह सवाल आपके भी मन में आया है तो ये खबर आपके लिए है. क्योंकि हम आपको बताएंगे कि किस प्रजाति की मछली को आप पालें, जिससे आपको ज्यादा फायदा मिले. यहां हम आपको बताएंगे कि किस मछली की ग्रोथ ज्यादा तेजी से होती है और किस मछली की ग्रोथ धीरे-धीरे होती है.
लगभग सभी मछली पालन इस बात को जानते होंगे कि मछली पालने के लिए तालाब जरूरत होती है और उस तालाब की तीन कैटेगरी होती है. ये भी जान लें कि पहली लेयर में अलग तरह की मछली के पालन किया जाता है जबकि मिडिल लेयर में दूसरी प्रजाति की और जो तीसरी तल वाली लेयर होती है उसमे अलग तरह की मछली का पालन किया जाता है.
तालाब में तीन लेयर में रहती हैं मछलियां
तिलापिया मछली तालाब केी पहली लेयर में रहती है. अगर इस मछली की बात की जाए तो यह मछली तीन से चार महीने में बहुत आसानी के साथ ग्रोथ कर लेती हैं और कम समय में इसकी हार्वेस्टिंग भी की जा सकती है. जबकि ब्रिगेड मछली, सिल्वर कार्प मछली और ग्रास कार्प मछली भी तेजी से ग्रोथ हासिल कर लेती हैं. आमतौर पर कतला मछली सबसे ऊपर वाली लेयर में रहती है और ग्रास कार्प मछली भी अपर लेयर में रखी जा सकती है, जो ऊपर लेयर में मछलियां होती है उनमें ग्रोथ ज्यादा होती है. जबकि मिडिल लेयर में रहने वाली मछलियों की ग्रोथ टॉप लेयर पर रहने वाली मछलियों से थोड़ा कम होती है. इसके अलावा बॉटम लेयर में रहने वाली मछलियां की ग्रोथ रेट बेहद कम होती है. सीधे तौर पर कहा जाए तो कतला ब्रिगेड और सिल्वर कार्प में सबसे ज्यादा ग्रोथ होती है.
इन चीजों से भी ग्रोथ पर पड़ता है असर
बता दें कि मछलियों की ग्रोथ एनवायरमेंट पर भी निर्भर करती है. वहीं मछली की ग्रोथ के लिए सिर्फ प्रजातियां ही नहीं बल्कि पानी का पैरामीटर, पानी का पीएच लेवल, मछली की फीडिंग भी अहम होती है. अलग-अलग मछलियों की अलग-अलग तरह की फीडिंग करना चाहिए. इसको भी आपको ध्यान में रखना होगा, तभी मछली की ग्रोथ सही होगी. सही से फीडिंग करेंगे तभी इसमें ग्रोथ आएगी. सिर्फ ऐसा ही नहीं होता कि अपर लेयर में रहने वाली मछलियों की ग्रोथ तेजी से होगी तो उसे ही फीडिंग कराई जाए. बाकी मछलियों को उसके हिसाब से फीड न देने से उनकी ग्रोथ रेट पर भी असर पड़ेगा.
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