नई दिल्ली. हिमाचल प्रदेश में गाय पालने वाले पशुपालकों की बल्ले-बल्ले होने वाली है. दरअसल सरकार ने जैविक गोबर यानि ऑर्गेनिक काउ डंग को खरीदने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दिया है. सरकार की ओर से प्रति किलो के हिसाब से पशुपालकों को दिये जाने वाले गोबर का दाम तय कर दिया गया है. वहीं पशुपालकों को गोबर स्टोरेज करने के लिए बैग और ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी. इसके लिए पशुपालकों को कोई खर्च नहीं करना होगा. बताते चलें कि सरकार की ओर से सितंबर महीने ही पशुपालकों को राहत दी थी और दूध के दाम में इजाफा किया गया था. अब जैविक गोबर खरीदने की बात कही गई है.
इस संबंध में हिमाचल प्रदेश के कृषि मंत्री चंद्र कुमार ने बताया कि पशुपालकों से तीन रुपये प्रति किलो की दर से गाय का जैविक गोबर खरीदने के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है. इसके लिए सफल बोलीदाता बैग, परिवहन और स्टोरेज की सुविधा भी प्रदान की जाएगी. किसानों की आय बढ़ाने के लिए कृषि में हाईटेक तकनीक का इस्तेमाल भी किया जाएगा. बताते चलें कि कांग्रेस सरकार ने पिछले विधानसभा में दो रुपये प्रति किलो की दर से गाय का कच्चा गोबर खरीदने का वादा किया था. हालांकि सरकार ने जैविक गाय का गोबर खरीदने के लिए प्रति किलो का रेट तय किया है. जिसका इस्तेमाल मिट्टी की हैल्थ और पौधों की ग्रोथ के लिए बेहतर है.
यहां स्टोर होगा गोबर
सरकार के निर्देश पर तीन रुपये प्रति किलोग्राम की दर से जैविक गोबर खरीदने के लिए जो कंपनी टेंडर हासिल करेगी, वह बैग उपलब्ध कराएगी. गोबर को भरेगी और सील भी करेगी. इसके साथ ही परिवहन और भंडारण सुविधा भी पशुपालनों को उपलब्ध कराएगी. कंपनी को चार से पांच रुपये किलोग्राम भुगतान किया जाएगा. मंत्री ने कहा कि गोबर का स्टोरेज हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी और उपभोक्ता संघ लिमिटेड हिमफेड के गोदाम में किया जाएगा. सभी जिलों के डिप्टी डायरेक्टर को बंद पड़े किसी फॉर्म को उपयोग में लेने के भी निर्देश जारी किए गए हैं. बंद पड़े कृषि फार्म में जैविक फसलों का उत्पादन अनुबंध खेती के माध्यम से किया जाएगा.
गाय-भैंस के दूध के दाम में किया इजाफा
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने इससे पहले सितंबर के महीने में पशुपालकों की कमाई बढ़ाने की नीयत और दूध का सही दाम दिलाने की वजह से गाय और भैंस के दूध की कीमत और बढ़ोतरी कर दी थी. राज्य के पशुपालकों के लिए गाय के दूध का दाम 38 रुपये से बढ़कर 45 रुपये प्रति लीटर कर दिया था. जबकि भैंस के दूध का दाम 47 रुपये बढ़कर 55 में प्रति लीटर किया गया था. मंत्री ने बताया कि जैविक गोबार खरीदने की वजह से पशुपालकों को सीधे तौर पर फायदा होगा. इससे पशुपालन को भी बढ़ावा देने में मदद मिलेगी.
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