नई दिल्ली. अपनी 12 सूत्रीय मांगो को लेकर किसान इन दोनों आंदोलन कर रहे हैं. जिसमें उनकी सबसे प्रमुख मांग एमएसपी की गारंटी है. इसी बीच बड़ी खबर यह सामने आ रही है कि हिमाचल सरकार ने एमएसपी को लेकर फैसला ले लिया है. सरकार ने दूध पर एमएसपी बढ़ा दिया है. कहा जा रहा है कि इससे राज्य के पशुपालकों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा. सरकार के इस फैसले से दूध की एक निश्चित कीमत तय हो जाएगी. पशुपालकों से एमएसपी से कम रेट पर कोई भी दूध नहीं खरीद पाएगा.
आंदोलन के बीच आया फैसला
गौरतलब है कि देश में बड़ी आबादी खेती करती है. इसके अलावा बहुत से किस पशुपालन भी करते हैं. कमाई के लिहाज से पशुपालन बेहतर कारोबार भी माना जाता है. किसान सबसे ज्यादा पालन दुधारू पशुओं का करते हैं. जबकि उन्हें सही कीमतें दूध की नहीं मिल पाती. मार्केट में किसानों को 30 से 35 रुपये ही लीटर दूध बेचना पड़ता है. जबकि ग्राहकों को यह 70 से 72 रुपए लीटर तक मिलता है. किसानों के आंदोलन के बीच सरकार ने एमएसपी बढ़ाने की घोषणा की है. हिमाचल प्रदेश में अब गाय के दूध पर एमएसपी 38 रुपए से बढ़ाकर 45 रुपए कर दी गई है तो वहीं भैंस के दूध की एमएसपी 38 से बढ़ाकर 55 में प्रति लीटर कर दी गई है.
पशुपालकों को मिलेगा फायदा
बढ़ी हुई एमएसपी 1 अप्रैल 2000 चालू 24 से लागू हो जाएगी. दरअसल, बढ़ते चारे और दाने के दामों से पशुओं के रखरखाव और खान.पान की लागत बढ़ने से व्यापारी लंबे समय से दूध की कीमत को लेकर चिंता में थे. काफी वक्त से दूध पर एमएसपी बढ़ाने की मांग की जा रही थी और किसान समय-समय पर इसको लेकर आंदोलन भी करते रहते हैं. देश में इन दिनों में आंदोलन चल रहा है. यही वजह है कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राज्य में एमएसपी बढ़ाने का फैसला किया है. इसका लाभ केवल हिमाचल प्रदेश के पशुपालकों को ही मिलेगा.
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