नई दिल्ली. इसमें कोई शक नहीं है कि प्रोटीन और अन्य पोषक तत्वों के बेहतर स्रोत के लिए मीट एक परफेक्ट चॉइस है, लेकिन इसमें सैचुरेटेड फैट भी होता है जो धमनियों को भी ब्लॉक कर सकता है. एक्सपर्ट कहते हैं कि हर मीट खाना हेल्दी ऑप्शन नहीं होता है. बॉडी बिल्डर को भी लगातार मीट नहीं खाना चाहिए. न्यूट्रिशन का कहना है कि अपनी प्लेट की एक चौथाई प्रोटीन स्रोत से भर सकते हैं. आपके शरीर के मूल्य कार्यों को बनाए रखने के लिए आपकी दैनिक प्रोटीन की आवश्यकताएं होती हैं और उम्र के आधार पर यह बदलती रहती है. जबकि दैनिक प्रोटीन की आवश्यकता दिन भर में 40 से 70 ग्राम के बीच होती है. हालांकि अगर आप एक्सरसाइज करते हैं तो आपको कुछ ज्यादा प्रोटीन की जरूरत होती है लेकिन आपके शरीर के प्रति 1 किलो वजन के लिए एक ग्राम से अधिक प्रोटीन नहीं लेना चाहिए.
प्रोटीन के लिए ये खाएं
आपको अपने पोषण संबंधित आवश्यकताओं को पूरा करने और ब्लड, ग्लूकोज लेवल को बनाए रखने के लिए प्रोटीन की आवश्यकता होती है. एक्सपर्ट कहते हैं कि एक मील में मीट ले सकते हैं और एक अन्य मील में प्रोटीन की दूसरी चीज खाई जानी चाहिए. उदाहरण के तौर पर इसे ऐसे समझा जा सकता है कि लंच में मीट खाया है तो नाश्ते में दही या दूध शाम को सेब या पीनट बटर और डिनर में ग्रिल्ड फिश ले सकते हैं. यदि आप बॉडी बिल्डर है तो अपनी दैनिक प्रोटीन की आवश्यकता को पूरा करने के लिए मछली और चिकन का सेवन कर सकते हैं. जो लीन मीट है और इसमें हेल्दी ओमेगा 3 फैटी एसिड भी होते हैं. डेयरी उत्पाद भी प्रोटीन के बेहतर स्रोत माने जाते हैं.
तो तेजी से बढ़ जाएगा वजन
एक्सपर्ट के मुताबिक मीट खाने वालों को इन बातों का खास ध्यान रखना चाहिए कि प्रोटीन थर्मोजेनिक फूड है जो गर्मी पैदा करता है और इसे पचाना मुश्किल होता है. इसलिए आपको पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहना चाहिए. आपको रेड मीट का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए. अगर संभव हो तो 15 दिन में एक बार ही खाएं. इससे आपको कोरोनरी आर्टरी डिजीज और अन्य हार्ड प्रॉब्लम जैसे हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्याओं हो सकती हैं. इसके अलावा अगर आप एक्सरसाइज नहीं करते तो संभव है कि मीट खाने से आपका वजन तेजी के साथ बढ़ने लगेगा.
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