नई दिल्ली. मछली पालन में ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए फिश एक्सपर्ट मछली किसानों को मिश्रित मछली पालन करने की सलाह देते हैं. एक्सपर्ट का कहना है कि मिश्रित मछली पालन में देशी मछलियों जैसे कत्ला, रोहू और मृगल के साथ अगर विदेशी मछलियों को भी पाला जाए तो मुनाफा अच्छा खासा कमाया जा सकता है. विदेशी मछलियों में सिल्वर कार्प ग्रार्स कार्प और कॉमन कार्प को देशी मछलियों के साथ पालना चाहिए. मिश्रित मछली पालन के लिए तालाब का पानी क्षरीय रखना बेहद जरूरी होता है. जिससे मछलियां ज्यादा ग्रोथ हासिल करें और यह स्वास्थ्य के लिए भी बेहतर होता है.
एक्सपर्ट कहते हैं कि मछली पालन बेहद ही फायदेमंद सौदा होता है. बहुत से ग्रामीण इलाकों के किसान अब खेती किसानी के अलावा मछली पालन भी कर रहे हैं लेकिन उनके लिए यह जानना बेहद जरूरी है कि किस तरह की मछली को पाला जाए जिससे उन्हें ज्यादा से ज्यादा फायदा हो. फिलहाल इस आर्टिकल में आपको मिश्रित मछली पालन के बारे में जानकारी दी जा रही है. जिसको जानकर और इस तरीके को अपनाकर आप सालाना आठ लाख रुपये तक कमा सकते हैं.
साल में दो बार मिलता है उत्पादन
अगर बात मिश्रित मछली पालन की करें तो इस तकनीक में एक ही तालाब में पांच या छह तरह की मछलियों को पाला जा सकता है. मछलियों की प्रजाति के हिसाब से तालाब में अलग-अलग पार्टीशन भी बनाए जाते हैं. हर प्रजाति की मछली के लिए अलग-अलग खाने और दाने की व्यवस्था करनी पड़ती है. मिश्रित मछली पालन में तालाब में पानी की निकासी की व्यवस्था अच्छी होनी चाहिए. इस तकनीक की ये भी खास बात है कि इसमें एक तालाब में साल में दो बार उत्पादन मिलता है. जिससे ज्यादा इनकम भी होती है. एक्सपर्ट कहते हैं मछली पालन में एक एकड़ के तालाब में 16 से 20 साल तक उत्पादन मिल सकता है. वहीं किसान हर साल 5 से 8 लाख रुपये तक कमाई कर सकते हैं.
इस तरह भी कर सकते हैं पालन
फिश एक्सपर्ट कहते हैं मछली पालन कई बार स्थानीय जलवायु पर भी निर्भर करता है. मसलन आप छत्तीसगढ़ में मछली पालन कर रहे हैं तो यहां कुछ चुनिंदा मछलियां बेहद ज्यादा मुनाफा देती हैं. इन मछलियों को आप पालकर मुनाफा कमा सकते हैं. छत्तीसगढ़ में बहुत से किसान तालाब में तेलपिया और पंकज प्रजाति की मछली पालन करते हैं और प्रति हेक्टेयर कई टन मछली का उत्पादन उन्हें मिलता है. जिससे किसान अच्छी खासी इनकम हासिल करते हैं. एक्सपर्ट कहते हैं कि मछली पालन करने के दौरान एक्सपर्ट से भी राय मशविरा कर लेना चाहिए. ताकि मछली पालन करने से और ज्यादा फायदा मिले.
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