नई दिल्ली. कहीं आप खराब मछली तो मंडी से लेकर नहीं आ रहे. अब सवाल पैदा होता है कि कौनसी मछली अच्छी है और कौनसी खराब है, ये कैसे पहचाना जाए. अगर ऐसा है तो परेशान होने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं. अगर थोड़ा सा भी ध्यान देंगे तो आपको मछली के अच्छे-खराब का पता चल जाएगा और आप खराब मछली खाने से बच जाएंगे. मछली की बनावट और स्मैल से उसके अच्छे और खराब होने का भी पता लगा सकते हैं. हालांकि हम मछली खाने के शौकीन लोगों के लिए कुछ टिप्स भी दे रहे हैं, जिन्हें पढ़कर मछली के बारे में पता चल जाएगा और खराब मछली खाने से बच जाएंगे.
देश में मछली के खाने वालों की बड़ी संख्या है. खासकर साउथ इंडिया में तो मछली प्रमुख भोजन में से एक है. मछली खाने के कई फायदे हैं. डॉक्टर भी भोजन में मछली को शामिल करने की बात करते हैं. ऐसे में अगर खराब हुई मछली को खा लिया तो ये आपके स्वास्थ्य के लिए भी नुकसान साबित हो सकती है. अब खराब मछली के बारे में कैसे पहचान करें तो इस बारे में हम आपको बताते हैं. मछली पालक बताते हैं कि अगर आप थोड़ी भी मछली की समझ रखते हैं तो उसकी बनावट और उसकी महक से पता कर सकते हैं.
सेल बाई और यूज बाई तारीख जरूर देखें
बहुत से लोग मछली को मंडी से लाकर फ्रिज या फ्रिजर में रख देते हैं. मगर, कम ही लोगों का पता होगा कि ज्यादा देर तक फ्रिज या फ्रिजर में मछली को रखना सुरक्षित नहीं रहता. इसकी सेल बाई डेट यानी (जिस तारीख तक बेचना जरूरी है) के निकलते ही खराब होने लगती है. बेहतर है तय तारीख से पहले ही उसे पकाकर खा लेना चाहिए. इसलिए जब भी मछली को खरीदं तो उसकी पैकेजिंग पर सेल बाई डेट को ध्यान से पढ़ें.अगर मछली की तारीख निकल चुकी है तो उसे न खरीदें और अगर अभी कुछ टाइम बाकी है तो उसे जल्द से बना लें. इतना ही नहीं पैकेजिंग पर अगर सेल बाई तारीख के बजाय यूज़ बाई तारीख लिखी है, तो उस मछली को उस तारीख के बाद नहीं रखें.
सूंघकर भी ऐसे पता कर सकते हैं मछली को
मछली को सेल बाई तारीके के अलावा सूंघकर भी पता कर सकते हैं कि ये खराब है सही. अगर मछली को सूंघने से अजीब सा लगे तो मान लेना कि ये खराब हो चुकी है. मछली विशेषज्ञों की मानें तो सूंघकर मछली को पहचानने का तरीखा सबसे अच्छा होता है. सूंघने से पता चल जाता है कि जिस मछली को आप खा रहे हैं वो ताजा है या नहीं. इसलिए बेहतर होगा कि मछली खरीदते वक्त इस बात का जरूर ध्यान रखें कि मछली में गंध तो नहीं आ रही. अगर मछली जरा सी भी खराब होगी तो उसमें से सड़ाद जैसी आएगी. इतना ही नहीं मछली जितनी खराब होती जाएगी,
उतनी ही सड़ांद बढ़ती जाएगी. इसलिए ऐसी मछली को खाएं नहीं बल्कि फेंक दें.
बनावट देखकर भी करें पता
मछली खाने के शौकीन लोग मछली खरीदते वक्त उसकी बनावट पर भी ध्यान दें. अगर मछली चमकदार और सुस्त न दिखे तो मान लेना कि मछली ताजा है और अगर मछली की चमक फीकी पढ़ रही है और बहुत ही सुस्त सी दिख रही है तो वो मछली खराब है, उसे कतई न खरीदें. ताजा मछली का मांस बिल्कुल फ्रेश नजर आता है. इसकी त्वचा सख्त और पपड़ीदार होती है. अगर ऐसा है तो वो मछली भी ताजा और अच्छी है. मछली की बनावट पर भी ध्यान देने की जरूरत है. अगर मछली के छिलके खुद से ही बाहर निकल रहे हैं तो वो मछली भी खराब है.
आंखों से भी कर सकते हैं पहचान
सेल बाई तारीख, बनावट और सूंघकर तो मछली का पता कर ही सकते हैं कि ये मछली खराब है या सही लेकिन मछली के शौकीन उसकी आंखों को देखकर भी ये पता लगा सकते हैं कि मछली ताजा या बासी. ताजा मछली की आंखें बिल्कुल जींवत और बहुत ही चमकदार होती हैं. इसके अलावा अगर इसका गलफड़ लाल है तो समझ लीजिए कि मछली फ्रेश है. इतना ही नहीं मछली की स्किन भी छूकर देखें. अगर उसकी खाल चिपचिपी है तो जान लो कि मछली ताजा नहीं बासी है.
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