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Goat Farming: बकरी और बकरी के बच्चे को दस्त की बीमारी से कैसे बचाएं, यहां पढ़ें डिटेल

sojat goat breed
सोजत बकरियों की प्रतीकात्मक तस्वीर.

नई दिल्ली. बकरी और बकरी के बच्चे में दस्त की बीमारी होना आम बात है और ये गंभीर बीमारी भी है. अगर समय रहते इस बीमारी का इलाज नहीं किया गया तो बकरी की मौत भी हो जाती है. जिससे पशुपालक को नुकसान उठाना पड़ जाता है. बकरियां में आने वाली 70 फीसदी बीमारी का कारण साफ सफाई का ठीक वजह से ध्यान न रखने होता. इसलिए बकरियों की साफ सफाई पर विशेष ध्यान रखना चाहिए. इसके अलावा अगर बकरियों को बीमारी हों तो एक्सपर्ट हमेशा ही डॉक्टरों से संपर्क करने की सलाह देते हैं.

इस तरह कर सकते हैं चेक
बकरी और बकरी के बच्चे में दस्त के लक्षण की बात की जाए तो इसके जानने का आसान तरीका यह है कि बकरी की मेंगनी जब पतली तरल पदार्थ में बदल जाती है तो उसे दस्त कहा जाता है. इसके अलावा बकरी बार-बार तरल पदार्थ को बाहर निकलती है. ऐसे में बकरी की मौत भी हो सकती है. समय रहते इसका इलाज न करने पर समस्या बहुत ज्यादा बढ़ जाती है. बकरी के इलाज से पहले यह जानना बहुत जरूरी है कि उसे समान्य दस्त है या किसी संक्रमण के कारण उसे दस्त आ रहे हैं. सबसे पहले बकरी को सीधा खड़ा कर लें और फिर हाथों से बकरी के पेट पर मारे दोनों तरफ करने की कोशिश करें. अगर बकरी पेट में पानी बोल रहा है तो बकरी को खाने पीने की वजह से बदहजमी की शिकायत है. इसके अलावा अगर बकरी पेट में पानी नहीं बोलता तो इसका मतलब यह है कि उसे इन्फेक्शन हो गया है. जिसमें बकरी के दस्त में खून भी आ सकता है.

इन कारणों से होता है दस्त
बकरी के दस्त कई कारण से हो सकते हैं. ये बैक्टीरिया, प्रोटोजोआ, वायरस, कीड़े, विषाख्त पदार्थ और भोजन के कारण भी हो सकता है. कई बार बकरी के भोजन में अचानक परिवर्तन हो जाए तो उसे दस्त की समस्या हो जाती है. आप लगातार बकरी को जो भी भोजन दे रहे हैं अगर एक ही चीज देते रहते हैं और उसमें फिर बदलाव कर देते हैं तो बकरी से पचा नहीं पाती है. कभी-कभी बकरी को कोई दवा देते हैं तो इससे भी दस्त हो सकते हैं. अगर आप बकरी को दवा दे रहे हैं और इसे दस्त हो जाए तो दवा बंद कर देना चाहिए और उसके बाद डॉक्टर की तुरंत सलाह लेनी चाहिए.

ऐसे करेंगे तो नहीं होगा दस्त
अगर बकरियों पर थोड़ा सा ध्यान दिया जाए तो दस्त होने से उसे रोका जा सकता है. बकरी में दस्त होने के कई कारण अक्सर जिम्मेदार होते हैं. आमतौर पर हम बकरियों के रहने की जगह पर सफाई नहीं होती तब भी उन्हें दस्त हो सकता है. बकरी के दस्त को रोकना चाहते हैं तो बकरियों की डेवोर्मिंग जरूर करवा दें. वेस्ट फीड को नियमित रूप से हटाया जाए. बकरी के फर्श को साफ और सूखा रखा जाए. बकरी को साफ पानी पिलाया जाए. बकरी फार्म में दस्त की गोलियां रखें. बकरी के खाने-पीने पर ध्यान दें. बकरी के बच्चे को ज्यादा दूध न पिलाएं. बकरी के खाने में नमक डालें बकरी के बच्चे को मिट्टी खाने से रोके.

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