नई दिल्ली. पोल्ट्री कारोबारियों के लिए एक बड़ी ही अच्छी खबर है. क्योंकि देश को अंडे का एक और बड़ा खरीदार मिला है. दरअसल, रूस-युक्रेन युद्ध के चलते दुनियाभर में पोल्ट्री फीड के महंगा होने के चलते कई देश अंडे की खरीद के लिए भारत की ओर रुख कर रहे हैं. उसी में से अब श्रीलंका भी शामिल हो गया. शुरुआत में श्रीलंका ने सैंपल के तौर पर भारत से 22 लाख अंडे खरीदे थे. अब भारत से 300 करोड़ अंडों की खरीदारी करने के लिए वो रजामंद हो गया है. जबकि इससे पहले मलेशिया से भी 50 मिलियन अंडों का आर्डर मिल चुका है. जो पोल्ट्री कारोबार के लिए अच्छा संकेत है.
बता दें कि विश्व के अंडा उत्पादन में हमारे देश का तीसरा स्थान है. साल 2021-22 में देश में 129.60 बिलियन अंडों का उत्पादन हुआ था. इस वजह से भारत चीन और अमेरिका के बाद तीसरे स्थान पर रहा था. जानकारी में रहे कि भारत में प्रति व्यक्ति के हिस्सें में 95 अंडे आते हैं. जबकि आंध्राप्रदेश, तेलंगाना और तमिलनाडू समेत पश्चिुम बंगाल और कर्नाटक में सबसे ज्यादा अंडा उत्पादन किया जाता है. यह सभी राज्य खुद की डिमांड पूरी करने के साथ ही दूसरे राज्यों को भी अंडा सप्लाई करते हैं और एक्सपोर्ट भी करते हैं.
बात श्रीलंका की जाए तो इस देश ने तमिलनाडू के नमक्कल अंडा बाजार में अंडा खरीद के लिए दस्तक दी है. जबकि मलेशिया ने भी नमक्कल बाजार से ही अंडों की खरीद की इच्छा जताई है. बता दें कि देश के तीन राज्य आंध्रा प्रदेश, तेलंगाना और तमिलनाडू अंडे का 50 फीसद से ज्यादा उत्पादन करते हैं. वहीं मत्स्य, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय के सचिव राजेश कुमार सिंह ने बताया कि श्रीलंका ने भारत से अंडा खरीदने के लिए संपर्क किया है. जिसके बाद जरूरी कार्रवाई शुरू की गई थी.
श्रीलंका ने 300 करोड़ अंडों की खरीदी के लिए इच्छा जाहिर की
उन्होंने कहा कि अभी श्रीलंका ने 20 से 22 लाख करीब अंडा भारत से खरीदा है. ये अंडे बतौर सैम्प्ल खरीदे गए थे. इसके बाद 300 करोड़ अंडों की खरीदी के लिए श्रीलंका ने इच्छा जाहिर की है. इसकी प्रक्रिया भी लगभग पूरी हो चुकी है. वहीं मलेशिया भी दिसम्बर 2022 से लगातार हमसे अंडा खरीद रहा है. उन्होंने कहा कि एक तो भारत में अंडा अच्छी क्वासलिटी वाला है और दूसरा अन्य राज्यों के मुकाबले सस्ता है. इस वजह से भारत को लेकर पॉजिटिव मैसेज विदेशों में जा रहा है. बता दें पिछले साल मलेशिया को दिसम्बर 2022 से शुरू अंडा एक्सपोर्ट शुरू किया था. जबकि दिसम्बर में 5 मिलियन, जनवरी में 10 मिलियन अंडा मलेशिया को एक्सपोर्ट किया गया है. इससे पहले यह देश सिंगापुर से अंडे की खरीद करते थे.
हर साल यहां 6 से 7 फीसद तक अंडा उत्पादन बढ़ रहा
इस संबंध में यूपी के पोल्ट्री फार्मर मनीष शर्मा कहते हैं कि फरवरी के आखिर और मार्च से देश में अंडे की डिमांड बहुत कम हो जाती है. एक तो पहले से ही डिमांड कम रहती है जबकि गर्मी में इसका असर और ज्यादा दिखाई देने लगता है. इससे पोल्ट्री कारोबारियों की हालत खराब हो जाती है. जबकि देश में हर साल यहां 6 से 7 फीसद तक अंडा उत्पादन बढ़ रहा है. देश में अंडा देने वाली मुर्गियों की संख्या करीब 32 करोड़ के पार हो चुकी हैं. इन्हीं मुर्गियों के सहारे देश में रोजाना करीब 25 करोड़ अंडे का कारोबार होता है. अगर रोजाना अंडे की डिमांड अच्छी रहेगी तो पोल्ट्री फार्मर को अंडे के दाम भी अच्छे मिलेंगे. जिससे उन्हें फायदा होगा.
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