नई दिल्ली. आज के समय में पशुपालन एक महत्वपूर्ण व्यवसाय बन चुका है, जो किसानों और ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के जीवन यापन का मुख्य सोर्स है. पशुओं का पालन न केवल उन्हें आर्थिक तौर पर मजबूत कर रहा है. बल्कि कृषि कार्यों में इसकी अहम भूमिका भी है. हालांकि किसी भी व्यवसाय की तरह पशुपालन भी कई जोखिमों से भरा है. जैसे कि पशुओं की बीमारी दुर्घटना या प्राकृतिक आपदाएं. इन खतरों से बचने के लिए पशु बीमा बेहतरीन और उपयोगी है. पशु बीमा खासतौर पर किसानों को वित्तीय सुरक्षा देता है.
आर्थिक सुरक्षा पशु बीमा का सबसे बड़ा फायदा है. यदि पशु की मौत हो जाती है. फिर दुर्घटना या बीमारी हो जाती है तो बीमारी की स्थिति में आर्थिक सुरक्षा मिलती है. यदि पशु बीमित है तो कंपनी उसके मूल्य का कुछ हिस्सा या पूरी राशि का भुगतान करती है. इससे किसान या पशुपालक को भारी आर्थिक नुकसान से बचाया जा सकता है. आइए बीमा के कुछ फायदों के बारे में यहां हम जानते हैं.
बीमा कंपनी उठाती है खर्च
जैसे इंसान के इलाज का खर्च बढ़ सकता है. वैसे ही पशुओं की बीमारी और दुर्घटना के इलाज में भी काफी खर्च आता है. पशु बीमा के तहत पशु की बीमारी या दुर्घटना के इलाज का खर्चा बीमा कंपनी उठाती है. इससे पशु पालकों को इलाज के खर्च को लेकर चिंता की जरूरत नहीं पड़ती है.
लोन लेने में मिलती है मदद
पशु बीमार होने से किसान और पशुपालकों को बैंक और अन्य व्यक्तिगत संस्थान से लोन लेने की में आसानी मिलती है. बीमित पशुओं को संपत्ति के रूप में रखा जा सकता है. जिससे लोन लेने में सहूलियत होती है. यह लोन उन्हें व्यवसाय को बढ़ाने और सुधारने में मदद करता है.
भरपाई करती है कंपनी
प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़, तूफान और भूकंप आदि के कारण पशुओं की मौत हो सकती है. ऐसे में पशु बीमा इन आपदाओं में होने वाली वित्तीय संकट को कम करता है. बीमा के तहत प्राकृतिक आपदाओं से हुए नुकसान की भरपाई कंपनी की ओर से की जाती है. जिससे पशुपालकों को आर्थिक नुकसान का सामना नहीं करना पड़ता है.
मनोबल होता है मजबूत
जब पशुपालकों को यह विश्वास हो जाता है कि उनके पास बीमा कवरेज है तो उनका मनोबल मजबूत रहता है. वो बिना किसी घबराहट के अपने काम पर ध्यान देते हैं और उनके व्यापार में उतार-चढ़ाव के बावजूद उनके पास एक व्यक्ति सुरक्षा जाल होता है. पशु बीमा की प्रक्रिया काफी आसान होती है.
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