नई दिल्ली. वैसे तो देश में कई तरह का मीट खाया जाता है लेकिन देशभर में सबसे ज्यादा पोल्ट्री मीट की खपत है. आंकड़े के मुताबिक इसमें मुर्गे की खपत ज्यादा होताी है. 2022-23 में ही देशभर में 49.95 लाख टन मुर्गे का मीट को लोगों द्वारा खाया गया है. जिससे कहा जाता है कि देश में अन्य मीट के मुकाबले चिकन मीट सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है. जबकि उत्पादन के मामले में भी चिकन पहले स्थान पर है. दूसरे किसी तरह के मीट से चिकन के मीट का कोई मुकाबला नहीं है. क्योंकि देश में कुल मांस उत्पादन कि बात की जाए तो 2022-23 के दौरान 9.77 मिलियन टन प्रोडक्शन हुआ था. जिसमें मुर्गीपालन से मीट का उत्पादन 4.995 मिलियन टन किया गया था, जिसने लगभग 51.14 फीसदी योगदान देश के कुल मीट उत्पादन में दिया है. बताते चलें कि भारत मीट उत्पादन के मामले में विश्व में 8वें स्थान पर है.
साल 2019 से 21 तक के आंकड़े
गौरतलब है कि साल दर साल पोल्ट्री के मीट के उत्पादन की बात की जाए तो ये बढ़ा है. साल 2019-20 में 50.50 प्रतिशत पोल्ट्री मीट का उत्पादन किया गया था. वही कैटल का 3.59 फीसदी, बफेलो का 18.43 प्रतिशत, गोट का 13.72 फीसदी भेड़ का, 8.94 प्रतिशत और पिग का 4.82 फ़ीसदी उत्पादन हुआ था. वहीं वही साल 2020-21 में पोल्ट्री मीट का उत्पादन 50.84% रहा. बफेलो का 17.97%, कैटल का 3.31%, भेड़ का 10.004 प्रतिशत, गोट 13.78 प्रतिशत और पिग का 4.16% उत्पादन हुआ था.
पोल्ट्री मीट ही रही लोगों की पहली पसंद
साल 2021-22 और 2022-23 में भी पोल्ट्री मीट ही लोगों की पहली पसंद रहा. साल 2021-22 में पोल्ट्री मीट के उत्पादन में उछाल देखा गया. इस साल पोल्ट्री मीट का उत्पादन 51.44 फीसदी रहा. कैटल का 3.8 फ़ीसदी, बफेलो का 17.5 फीसदी, भेड़ का 10.33 परसेंट, गोट का 13.63 और पिग का 3.93 परसेंट उत्पादन किया गया. वहीं साल 2022-23 में पोल्ट्री मीट का 51.5 फ़ीसदी प्रोडक्शन किया गया. कैटल का 2.43 फ़ीसदी किया गया. बफेलो का 17.61, भेड़ का 10.51 फ़ीसदी, बकरी का 14.47 फीसदी और पिग का 3.85 फीसदी उत्पादन किया गया.
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