Home डेयरी Milk Production: पूरी गर्मी बाल्टी भरकर दूध देगा आपका पशु, अपनाएं चारे की ये ट्रिक
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Milk Production: पूरी गर्मी बाल्टी भरकर दूध देगा आपका पशु, अपनाएं चारे की ये ट्रिक

पशुपालक पशु को सेंधा नमक, हरड़, हींग आदि पशुचिकित्सक की सलाह से खिला सकते हैं.
प्रतीकात्मक तस्वीर।

नई दिल्ली. आप भी पशुओं का दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए परेशान हैं तो ये खबर आपके लिए है. संकर नेपियर घास को खिलाने से पशुओं को खूब दूध होगा. खास बात यह है कि ये घास जलवायु को प्रति लचीली है. इसे न्यूनतम रखरखाव की आवश्यकता होती है. घास खाने वाली संकर नस्ल की जर्सी गायों के दूध में वसा का प्रतिशत भी बढ़कर 6 तक हो जाता है. दरअसल, संकर घास कोल्लम में डेयरी किसानों के बीच लोकप्रियता हासिल कर रही है. यह जलवायु के अनुकूल है और इसे न्यूनतम रखरखाव की आवश्यकता होती है. ये कई लोगों के लिए एक आदर्श विकल्प भी बनती जा रही है जबकि पशु चारे की कीमतें बढ़ रही है.

आजकल बाजार में कई पाउडर उपलब्ध है, जो पशुओं को दूध बढ़ाने में काफी कारगर साबित है. अलग-अलग तरह की कंपनियों का यह पाउडर है. इन पाउडरों के इस्तेमाल से पशुओं ज्यादा दूध देने लगते हैं. वहीं इसके अलावा किसान भाई कई तरह के देशी चूर्ण बनाकर इसके इस्तेमाल से पशुओं का दूध बढ़ा सकते हैं.

खिलाएं ये घास: लोबिया घास से गाय भैंस पर किसी भी तरह का कोई गलत असर नहीं होता. लोबिया घास की खासियत यह है कि बाकी घास की तुलना में इसकी पाचन क्षमता ज्यादा अच्छी है. इसमें प्रोटीन और फाइबर की मात्रा भी काफी ज्यादा होती है. दुधारू पशुओं के लिए काफी जरूरी है. गाय के दूध की क्षमता को बढ़ाना चाहते हैं तो लोबिया घास खिलाएं. लोबिया घास में काफी ज्यादा औषधि गुण होते हैं. जैसे पशु के दूध देने की मात्रा बढ़ जाती है. इसके साथ ही दूध की गुणवत्ता में भी इजाफा होता है.

सरसों के तेल और आटे से बढ़ाएं क्षमता: आप घर पर मिलने वाले सरसों के तेल और आटे से पशु के दूध की दैनिक क्षमता बढ़ा सकते हैं. दवा बनाने का तरीका भी काफी सरल है. सबसे पहले 200 300 ग्राम सरसों का तेल लें. ढाई सौ ग्राम गेहूं का आटा लें. अब दोनों को आपस में मिलाएं और फिर शाम के वक्त पशु को चारा और पानी पिलाने के बाद मिला दें. ध्यान दें कि दवा खिलाने के बाद यह दवा के साथ में को पशु को पानी नहीं देना चाहिए. यह दावा पशु को 7 से 8 दिन तक खिलानी है. इसके बाद दवा को बंद कर देना है.

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