नई दिल्ली. डेयरी फार्मिंग में मवेशी का दूध ही सबसे अधिक मायने रखता है. डेयरी फार्मिंग में अगर आपकी भैंस अच्छा दूध दे रही है तो आपके बिजनेस को चार चांद लग जाएंगे. डेयरी में बहुत जरूरी है भैंस की अच्छी नस्ल का होना. एक कहावत है नस्ल और फसल, दोनों बहुत ही जरूरी होती है. अब गर्मी आने वाली हैं और आप भी एक देसी फार्मूले से इन महीनों में अपने मवेशी से दूध की मात्रा को अच्छा रख सकते हैं. अप्रैल और मई, जून में आप मवेशी को एक घरेलू चीज देकर उसके दूध की मात्रा को बढ़ा सकते हैं. आपका मवेशी ऐसा दूध देगा के आपका बिजनेस जबरदस्त चलेगा. आईए जानते हैं क्या है यह देसी सुपरहिट फार्मूला.
हम सभी के घरों में सरसों का तेल रहता है. बाड़े में मवेशी को सरसों का तेल देने का सही महीना आ गया है. अप्रैल से जून के महीने में मवेशी को दाना के साथ ही सरसों का तेल देंगे तो गर्मी के महीने में भी दूध कम नहीं होगा.
सप्लीमेंट के बजाए घरेलू चीजें जरूरी
डेयरी बिजनेस में वैसे भी दो चीज बहुत जरूरी होती हैं, एक ब्रीड और दूसरा फीड. जो भैंस देसी दाना खाकर डेयरी या पशुपालक को अच्छा दूध देगी, वही अच्छी कमाई कराएगी. क्योंकि बाहर का दाना खिलाकर वैसे भी खर्चा काफी बढ़ जाता है. इसलिए ब्रीड और फीड का चयन बहुत जरूरी होता है. भैंसों की सबसे अच्छी नस्ल है मुर्रा भैंस. यह भैंस आजकल हरियाणा के साथ-साथ देश के कई राज्यों में पहुंच चुकी हैं. गर्मियों मौसम में हम तो आमतौर पर देखा गया है की गाय भैंस दूध देना कम कर देती हैं, लेकिन अगर आप गर्मी के मौसम में मवेशी को दाना के साथ-साथ सरसों के तेल का सेवन कराएंगे तो आपकी डेरी में दूध की भरमार बनी रहेगी. तापमान चाहे 48 डिग्री हो लेकिन आपकी भैंस दूध में कम नहीं होगी.
सरसों का तेल बेहद जरूरी
भैंस एक्सपर्ट तक मानना है कि सरसों के तेल का सेवन करना बहुत जरूरी है. बाजार का सप्लीमेंट फूड खिलाने से आगे लंबे समय तक दूध नहीं ले पाएंगे. इसलिए बहुत जरूरी है दाने के साथ-साथ घरेलू चीजों से दूध की मात्रा को बढ़ाएं. सरसों के तेल से दूध की मात्रा को बढ़ा सकते हैं. गर्मियों में बहुत सारी भैंस दूध से टूट जाती है, लेकिन अगर आप आहार के साथ-साथ तेल को देना शुरू कर देंगे तो आपकी भैंस दूध से नहीं टूटेगी. सरसों को तेल देने का सबसे अच्छा महीना अप्रैल महीने जून होते हैं. अगर आपकी भैंस कुछ महीने से है तो उसे तेल को गर्म कर ठंडा कर लें तब दे सकते हैं. आहार में दलिया, मकई का दलिया, खली और चने की भूसी दे सकते हैं.
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