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Poultry Farming: मुर्गी पालन में ज्यादा कमाई के लिए क्यों जरूरी है सही ब्रीड का सेलेक्शन, जानें यहां

नर्मदा निधि आपकी आमदनी को जबरदस्त बढ़ा सकती है. ये साल भर में 160 से 180 अंडे तो देती है. इसका वजन भी बहुत तेजी के साथ बढ़ता है.
प्रतीकात्मक तस्वीर.

नई दिल्ली. मुर्गी पालन वैसे तो अच्छा काम है, जिससे आप कमाई भी कर सकते हैं लेकिन इसके लिए सबसे अहम काम में से एक यह है कि जब आप मुर्गी पालन का काम शुरू करें चाहे अंडों के या फिर मीट उत्पादन के लिए तब सही नस्ल का चुनाव जरूर करें. क्योंकि जब आप सही नस्ल का चुनाव करेंगे तो इससे आपको प्रोडक्शन अच्छा मिलेगा और मुर्गी पालन के काम में ज्यादा मुनाफा भी होगा. बता दें कि पोल्ट्री फार्मिंग में मुनाफा सिर्फ और सिर्फ प्रोडक्शन पर टिका होता है. जितना ज्यादा अच्छा प्रोडक्शन होगा, उतना ही ज्यादा मुनाफा मिलेगा.

पोल्ट्री एक्सपर्ट का कहना है कि जब भी आप मुर्गी पालन करें तो आपको एक चीज के ऊपर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होती है वह यह है कि आप किस मकसद के तहत पोल्ट्री फार्मिंग शुरू करना चाहते हैं. क्या आप मीट के लिए मुर्गी पालन का काम शुरू करना चाहते हैं, या फिर अंडों का उत्पादन करके उसे बेचकर ज्यादा कमाई करना चाहते हैं. जब आपका यह कांसेप्ट क्लीयर रहेगा तो आपको ब्रीड सेलेक्शन करने में आसानी होगी, इससे उत्पादन बेहतर मिलेगा.

ब्रीड सेलेक्शन से पहले इस बात पर ध्यान दें
मान लीजिए कि आप अंडों के लिए मुर्गी पालन का काम शुरू करना चाहते हैं तो अंडों के लिए कई स्पेशल ब्रीड है, उनका चुनाव आपको करना होगा. जबकि मीट के लिए आप मुर्गी पालन शुरू करना चाहते हैं तो उसके लिए कुछ स्पेशल ब्रीड है जो कि बहुत जल्दी तैयार हो जाती है, यानी 40 से 45 दिन के अंदर आप उन्हें तैयार करके बेच सकते हैं. जबकि आप मीट और अंडा दोनों के उत्पादन के लिए मुर्गी का पालन करना चाहते हैं तो उसके लिए अलग तरह की नस्ल को अपने फार्म में जगह देनी होगी. क्योंकि ऐसी कई मुर्गियों की नस्लें हैं जो पहले अंडों का उत्पादन करती हैं और जब अंडा उत्पादन करना बंद कर देती हैं तो उन्हें बेच कर मीट से कमाई की जा सकती है और उनकी मीट की डिमांड भी अच्छी रहती है. जिससे मुनाफा भी अच्छा मिलता है.

इसलिए जरूरी है सही ब्रीड का सेलेक्शन
यहां आपको एक और बात का ध्यान रखना बेहद ही जरूरी है, कि जिस भी नस्ल की मुर्गी को आप पाल रहे हैं, उसकी लोकल मार्केट में डिमांड भी होना चाहिए. अगर डिमांड अच्छी नहीं है तो आपको अच्छा दाम नहीं मिलेगा. मान लीजिए आप गांव देहात में मुर्गी फार्म खोले हुए हैं और वहां पर कड़कनाथ मुर्गी का सेलेक्शन करते हैं तो यह देखना होगा कि क्या डिमांड आपके इलाके में है या नहीं. क्योंकि कड़कनाथ मुर्गी आमतौर पर बहुत महंगी बिकती है. उसका रेट 500 से 600 रुपए किलो होता है. अगर आप गांव में इस मुर्गी का पालन करते हैं तो कोई भी 500 रुपए किलो के हिसाब से मुर्गी को नहीं खरीदेगा. इसलिए आपको पोल्ट्री फार्मिंग के काम में नुकसान हो सकता है. यही वजह है कि सही ब्रीड का सेलेक्शन करना बेहद जरूरी है.

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