नई दिल्ली. पोल्ट्री फार्मिंग करने वाले फार्मर अक्सर मुर्गियों के वजन न बढ़ने को लेकर परेशान रहते हैं. जबकि वह खूब फीड भी खिलाते हैं. बावजूद इसके मुर्गियों से उन्हें वैसा रिजल्ट नहीं मिलता जैसा कि उनको उम्मीद रहती है. कई बार दवा वगैरह भी देते हैं तब भी मुर्गियों का वजन नहीं बढ़ता है. आज के इस आर्टिकल में हम आपको इसका एक रामबाण इलाज बताने जा रहे हैं. जिससे आपकी मुर्गियों का वजन तेजी के साथ बढ़ जाएगा. इससे आपको पोल्ट्री फार्मिंग में भी अच्छा खासा मुनाफा मिलेगा तो लिए इस बारे में यहां जानते हैं.
यह बेहद ही आसान नुस्खा है. जिसको आपको आजमाना है. जिससे मुर्गियों का वजन तेजी से आप बढ़ा सकते हैं. हालांकि इसको आपको लगातार करना पड़ेगा. तभी वजन बढ़ेगा. वहीं मुर्गियों का वजन डबल हो जाएगा. यह काम उन पोल्ट्री फार्मर्स के लिए करना बेहद ही जरूरी है, जो मुर्गियों को मीट के लिए बेचते हैं. या फिर जिनकी मुर्गियां बिल्कुल ही कमजोर हैं. वह भी इसे कर सकते हैं लेकिन यह तरीका मीट का कारोबार को करने वाले फार्मर्स के लिए ज्यादा फायदेमंद है.
तेजी के साथ बढ़ता है वजन
आमतौर पर किसान मुर्गी पालन का काम अपने मुनाफे के लिए ही करते हैं या तो अंडों के उत्पादन के किया जाता है. या फिर मीट के उत्पादन के लिए किया जाता है. इसके लिए छोटे-छोटे चूजे लिए जाते हैं और उन्हें पाला जाता है. फिर उनसे अच्छा उत्पादन मिलता है. अगर चूजों का वेट नहीं बढ़ रहा है तो हम आपको यहां जो तरीका बताने जा रहे हैं उसको आजमाते हैं तो मुर्गियां का वजन 2 महीन में ही 3 किलो तक हो जाएगा. जबकि इस तरीके के बिना कई बार वजन 3 महीने में 2 किलो तक ही रह जाता है.
मुर्गियों को बीमारियां भी नहीं होती हैं
- आपको करना यह कि आपके घर के आसपास है जंगल में या घर पर आसानी से मिलने वाला एलोवेरा का इस्तेमाल करना है.
- एलोवेरा के ऊपरी छिलके को हटा लें जो अंदर की जेली है उसे निकाल दें. उसका जूस बनाकर उन मुर्गे और मुर्गियों को दे दें जिनका वजन नहीं बढ़ रहा है.
- उनके आगे पानी में यह जूस रख दें. एलोवेरा जूस पिलाने के तरीके की बात की जाए तो अगर चूजे 15 से 20 दिन के हैं तो 1 लीटर पानी में 2 एमएल एलोवेरा का जूस मिलाकर पिलाना होगा.
- वहीं चूजों की उम्र 30 दिन की है तो फिर 1 लीटर पानी में 2 एमएल एलोवेरा जूस मिलाना चाहिए. इससे मुर्गियां बीमार नहीं पड़ेंगी.
- जूस के अंदर एंटीबायोटिक गुण होता है. वहीं इससे इम्यूनिटी भी अच्छी होती है. जुकाम, बुखार और खांसी मुर्गियों को नहीं होती है.
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